बीपीएल की जगह बना दिया एवीएल राशन कार्ड, निराश्रित महिला परेशान
भीख मांगकर गुजारा करने वाली महिला ने कलेक्टर से फरियाद की है।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Mon, 02 May 2022 10:04:13 AM (IST)
Updated Date: Mon, 02 May 2022 10:04:13 AM (IST)
बिलासपुर। बिल्हा ब्लाक के ग्राम पंचायत दुर्गाडीह के आश्रित गांव ग्राम कनेरी के सरपंच ने भीख मांगकर जीवन गुजारने वाली महिला का एपीएल राशन कार्ड बना दिया है। इससे प्रत्येक माह चावल खरीदने के लिए महिला स्र्पये का इंतजाम भी नहीं कर पाती है। इसके कारण उनको कई प्रकार के परेशानी का सामना करना पड़ता है। महिला ने इसकी शिकायत कलेक्टर डा. सरांश मित्तर से की है। उसने बीपीएल राशन कार्ड बनाने की मांग की है। ग्राम कनेरी के रहने वाली जुग बाई सतनामी पति स्व. रमदयाल 70 वर्ष अकेली रहती है। परिवार के सदस्य अलग रहते हैं। महिला के देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
इसके चलते वह भीख मांगकर जीवन गुजार रही है। जुग बाई ने अपनी शिकायत में बताया कि गरीबी रेखा के तहत राश्ान कार्ड नहीं होने के कारण चावल नहीं मिल रहा था। गांव के सरपंच को राशन कार्ड बनाने के लिए कहा। तब सरपंच ने गरीबी रेखा के तहत कार्ड बनवाने के बजाए दस स्र्पये किलो वाला राशन कार्ड बनाकर दे दिया है। अब हर माह सोसायटी से चावल खरीदने के लिए पैसे का इंतजाम करना पड़ता है। वह किसी भी तरह भीख मांगकर पैसा एकत्रित करती है। फिर पंचायत के सोसायटी में जमा कर चावल उठाती है। कई बार पैसा नहीं होने के कारण चावल खरीद नहीं पाती है। इससे परेशान होकर महिला ने गांव के सरपंच से कई बार नि शुल्क या फिर एक स्र्पये किलो वाला राशन कार्ड बनाने के लिए गुहार लगा चुकी है। लेकिन, सरपंच द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
शक्कर,चना, नमक तक भी नहीं मिलता
शिकायतकर्ता जुग बाई ने बताया कि दस स्र्पये वाला कार्ड से सिर्फ चावल देते हैं। इसके साथ चना, नमक, शक्कर नहीं मिलता है। सोसायटी संचालक सिर्फ चावल देकर भेज देते हैं। नमक, शक्कर, चना को किराना दुकान से खरीदना पड़ता है। महंगाई के इस दौर में महिला को कई प्रकर के दिक्कत हो रही है।