अंबिकापुर।Ambikapur News: लगातार हो रहे नुकसान से व्यथित किसानों ने बुधवार को एसडीएम कार्यालय राजपुर के बाहर सब्जियां फेंक कर विरोध दर्ज कराया। किसानों का आरोप है कि प्रशासन उनके हितों की अनदेखी कर रहा है।
पहले लाकडाउन और अब दैनिक सब्जी बाजार का स्थल परिवर्तित कर देने से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों द्वारा कार्यालय के बाहर सब्जियां फेंके जाने के दौरान राजपुर एसडीएम बालेश्वर राम मौजूद नहीं थे। किसानों ने कार्यालय के बाहर प्रशासनिक व्यवस्था पर विरोध भी दर्ज कराया।
अंबिकापुर रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगर पंचायत राजपुर स्थित है। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों और राजपुर बसा हुआ है। राजपुर बस स्टैंड के नजदीक मुख्य मार्ग के किनारे अब तक सब्जियों की दुकानें लगती रही है। मुख्य मार्ग के किनारे दैनिक सब्जी बाजार लगने से मार्ग से गुजरने वाले लोग खरीदारी किया करते थे।
कोरोना संक्रमण से बचाव के नाम पर प्रशासन द्वारा मुख्य मार्ग से हटाकर साप्ताहिक बाजार में दैनिक सब्जी मंडी को शिफ्ट कर दिया गया है ।वहां स्थानीय खरीदार तो पहुंच रहे हैं लेकिन उत्पादन के हिसाब से सब्जियों की बिक्री नहीं हो रही है कई सब्जी उत्पादक तो ऐसे हैं जिन की बोहनी तक नहीं हो रही है। बड़ी रकम खर्च कर वह सब्जी की खेती कर रहे हैं लेकिन लागत भी नहीं निकल पा रही है।
जब तक मुख्य बाजार के किनारे सब्जी दुकान लगती थी अधिकांश सब्जियां बिक जाया करती थी।सब्जियों के खराब होने का कोई डर भी नहीं रहता था वर्तमान में सब्जियों का उत्पादन प्रचुर हो रहा है लेकिन बाजार उपलब्ध कराने में प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं मिल पा रहा है। कुछ दिन पहले सब्जी उत्पादक किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पूर्व की व्यवस्था के अनुरूप सब्जी बाजार लगाने की अनुमति देने का आग्रह किया था लेकिन सुनवाई नहीं हुई बुधवार को आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में किसान सब्जियां लेकर आए थे।
सुबह सुबह दुकान लगाए हुए थे लेकिन सब्जियों की बिक्री नहीं हो रही थी। मुख्य मार्ग के भीतर दुकान होने के कारण मार्ग से गुजरने वाले लोगों को इसका पता भी नहीं चल पाता। पिछले कई दिनों से नुकसान झेल रहे व्यवसायियों का गुस्सा बुधवार को भर कर सामने आ गया।एकजुट हुए किसान सब्जियों को बोरे में भरकर सीधे एसडीएम कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के बाहर मुख्य प्रवेश द्वार पर सारी सब्जियां फेंक दी। किसानों ने प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जताई।
एसडीएम के कार्यालय में नहीं होने की वजह से उनसे बातचीत नहीं हो सकी है। आरोप है कि नगर पंचायत के कर्मचारियों द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के नाम पर पूर्व की व्यवस्था के अनुरूप सब्जियों की दुकानों को लगाने नहीं दिया जाता उनसे अपमानजनक व्यवहार किया जाता है और जुर्माना वसूली की चेतावनी भी दी जाती है।