तहसीलदार के बाद अब केंद्रीय मंत्री के निज सचिव से पुलिस ने की अभद्रता
घटना के बाद पुलिस के कुछ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन यह घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। भाजपा नेताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
By Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Sun, 24 Nov 2024 09:39:01 AM (IST)
Updated Date: Sun, 24 Nov 2024 09:39:01 AM (IST)
प्रतीकात्मक चित्र HighLights
- मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मचा जमकर हंगामा।
- विरोध को बढ़ता देख भाग निकले सीएसपी।
- घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय।
नईदुनिया प्रतिनिधि,बिलासपुर। सरकंडा टीआई द्वारा तहसीलदार से मारपीट का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि शनिवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पुलिस की एक और दादागिरी सामने आ गई।
निजी सचिव को प्रवेश से रोका
इस बार केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के निजी सचिव नितेश साहू को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश से रोक दिया गया।दस्तावेज़ दिखाने और अपना परिचय देने के बावजूद पुलिस ने न केवल उन्हें प्रवेश से रोका, बल्कि धक्का-मुक्की कर उनका अपमान भी किया।घटना तब और गंभीर हो गई जब सीएसपी ने नितेश साहू का कालर पकड़ने का प्रयास किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया कड़ा विरोध
अपनी बात समझाने की कोशिश के बावजूद पुलिस के रवैये ने विवाद को और बढ़ा दिया। इस अभद्र व्यवहार पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध जताते हुए पुलिस पर जानबूझकर अपमान करने का आरोप लगाया।
मामला आइजी के संज्ञान में पहुंचा आज होगी स्थिति होगाी स्पष्ट
इधर शहर में हाल ही में बढ़ी पुलिस की मनमानी और दादागिरी को लेकर जनता में भी आक्रोश है। आम नागरिकों का कहना है कि पुलिस का यह रौब लोकतंत्र और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं प्रशासन की छवि पर गहरा धक्का पहुंचा रही हैं। खबर है कि यह मामला आइजी के संज्ञान में पहुंच चुका है। रविवार को स्थिति स्पष्ट होगी।
ऐसा ही एक मामला 16 नवंबर की रात
छत्तीसगढ़ में प्रभारी तहसीलदार के साथ पुलिस ने की मारपीट, घर वाले बोले- 'अब बाहर निकलने से भी डर लगता है'
प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा ने बताया कि 16 नवंबर की रात 2:10 बजे पिता और भाई के साथ स्टेशन से घर लौट रहे थे। डीएलएस कॉलेज के पास पुलिस ने उनकी बाइक रोकी और गाली-गलौज करते हुए उन्हें थाने ले जाया गया। थाने में उनके इंजीनियर भाई पुष्पेंद्र मिश्रा के साथ गाली गलौज व अभद्र व्यवहार की घटना हुई।
- नायब तहसीलदार और इंजीनियर भाई ने लगाई न्याय की गुहार।
- प्रशासनिक संघ ने की दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग।
- रात को घर लौटते वक्त गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों ने पीटा।
पिता व भाई के साथ 16 नवम्बर की रात घर लौट रहे करपावंडा जिला बस्तर के प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा के साथ डीएलएस कॉलेज के पास बदसलूकी हुई थी। इस घटना के बाद पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है।
साहब रात में निकलने से डर लगता है
प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा, उनके इंजीनियर भाई पुष्पेंद्र मिश्रा व पिता का कहना है साहब रात में निकलने से डर लगता है कि कहीं पुलिस वाले पकड़कर गाली गलौज व मारपीट न करने लगे। पीड़ितों ने मंगलवार को कनिष्ठ प्रसाशनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर दोषी पुलिस कर्मियों व थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की है।
स्टेशन से घर लौट रहे थे
प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा ने बताया कि 16 नवंबर की रात 2:10 बजे पिता और भाई के साथ स्टेशन से घर लौट रहे थे। डीएलएस कॉलेज के पास पुलिस ने उनकी बाइक रोकी और गाली-गलौज करते हुए उन्हें थाने ले जाया गया। थाने में उनके इंजीनियर भाई पुष्पेंद्र मिश्रा के साथ गाली गलौज व अभद्र व्यवहार की घटना हुई। नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा को थाने लेकर गए।
मेरे अधिकारी एसपी हैं, मैं केवल उन्ही को रिपोर्ट करता हूं।
इस दौरान थाने में थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग व उनके स्टाप में पुष्पराज मिश्रा, पुष्पेंद्र मिश्रा के साथ मारपीट की घटना को भी अंजाम दिया। पीड़ितों का कहना है कि रात में कलेक्टर अवनीश शरण ने भी थाना प्रभारी से बात की लेकिन उन्हें यह कहकर बात को नजर अंदाज कर दिया कि मेरे अधिकारी एसपी हैं, मैं केवल उन्ही को रिपोर्ट करता हूं।
इसके बाद एसपी के फोन आने के बाद ही दोनों भाई को छोड़ा गया और बाद में झूठे मामले में एफआइआर दर्ज किया है। पुष्पराज मिश्रा व पुष्पेंद्र मिश्रा ने कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की है।