नईदुनिया प्रतिनिधि, बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत थाना उसूर से डीआरजी और जिला बल की संयुक्त टीम ने टेकमेटला की ओर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान टेकमेटला के जंगल में एक मोड़ के पास संदिग्ध गतिविधियों के चलते आठ लोगों को पकड़ा गया, जो छुपने और भागने की कोशिश कर रहे थे।
पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम जोगा माड़वी, देवा सोढ़ी (बाल संघम सदस्य), गुडडी माड़वी (आरपीसी मिलिशिया प्लाटून मेम्बर), चुला हेमला (आरपीसी मिलिशिया प्लाटून मेम्बर), सुक्का सोढ़ी (रेखापल्ली संघम सदस्य), पायकी मड़कम (KAMS सदस्य), सुक्का कुंजाम (रेखापल्ली संघम सदस्य) और मल्ला मिड़ियम (रेखापल्ली संघम सदस्य) बताए हैं।
गिरफ्तार किए गए नक्सली संगठन के सक्रिय सदस्य हैं और उन्होंने उसूर-टेकमेटला मार्ग पर पुलिस को नुकसान पहुंचाने की नीयत से आईईडी प्लांट करने की योजना बनाई थी। सुरक्षा बलों ने संदिग्धों को घेराबंदी कर पकड़ा और उनके पास से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिसमें तीन टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, बिजली के तार और नक्सली प्रचार सामग्री शामिल हैं।
गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ थाना उसूर में कानूनी कार्रवाई की गई और उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस अभियान ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की, जिसमें 3 टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, बिजली के तार और नक्सली प्रचार के पाम्पलेट शामिल थे।
पकड़े गए नक्सलियों के खिलाफ थाना उसूर में आवश्यक कानूनी कार्यवाही की गई और उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही "नियद नेल्ला नार" योजना के तहत, बीजापुर जिले के कोंडापल्ली में एक नया सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है। यह कैंप नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन के सुरक्षित माने जाने वाले कोर इलाके में खोला गया है, जिससे क्षेत्र में नक्सल उन्मूलन और विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।
नवीन सुरक्षा कैंप की स्थापना से सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, इस कदम से क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। कैंप के खुलने के बाद, स्थानीय लोगों को सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाएं, पीडीएस दुकानें, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मोबाइल कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।