दुर्ग (नईदुनिया प्रतिनिधि) l राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 19 सितंबर को आइआइटी भिलाई के नए निदेशक के रूप में प्रोफेसर राजीव प्रकाश की नियुक्ति को स्वीकृति दे दी है। प्रो. प्रकाश ने अपनी पीएचडी टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च मुंबई से की है। प्रो. प्रकाश आइआइटी (बीएचयू) वाराणसी में मैटेरियल्स साइंस एंड टेक्नोलाजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हैं, जहां उन्होंने डीन (आरएंडडी) के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने सात वर्ष एक वैज्ञानिक के रूप में सीएसआइआर (आइआइटीआर, लखनऊ) में भी कार्य किया है।
प्रोफेसर प्रकाश ने संस्थापक निदेशक, प्रोफेसर रजत मूना का स्थान लिया, जिन्हें आइआइटी भिलाई में पांच साल के कार्यकाल के बाद आइआइटी गांधीनगर के नए निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। प्रोफेसर मूना के नेतृत्व में, आइआइटी भिलाई में शिक्षा और अनुसंधान में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वर्तमान प्रवेश प्रक्रिया के अंत तक छात्र संख्या 115 से बढ़कर लगभग 900 हो गई है, और इस अवधि के दौरान करीब 500 शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं। दुर्ग जिले के कुटेलभाटा में अत्याधुनिक परिसर पूरा होने के करीब है, और जल्द ही शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के लिए तैयार हो जाएगा।
बीएसपी कर्मियों के बच्चों को 25 प्रतिशत फीस में छूट
भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों और अधिकारियों के बच्चों को छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा चलाए जा रहे कोर्स की फीस में अब 25 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी। वही यूनिवर्सिटी ने लैटरल एंट्री कोर्स में 10 प्रतिशत तक सीट भी बीएसपी के कर्मचारियों के बच्चों के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया है।
उक्त आशय को लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र के रूल सेक्शन ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कर्मचारियों को जानकारी दी है कि सुविधा उपलब्ध करने के लिए बीएसपी कर्मचारी 30 सितंबर तक अपने बच्चों का एडमिशन उल्लेखित कोर्स में करवा सकते हैं।
सीएसवीटीयू में लेटरल एंट्री के तहत माइनिंग फायर सेफ्टी एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी में डिप्लोमा कोर्स जिसके लिए आईटीआई और 12वीं पास छात्र पात्रता रखेंगे वही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा एनालिसिस में बीटेक कोर्स जिस के लिए संबंधित ब्रांच में डिप्लोमा इंजीनियर को प्रवेश दिया जाएगा।