भिलाई। कोरोना संक्रमण अपने साथ महंगाई भी लेकर आया। पिछले साल के लाकडाउन के दौरान खाद्य तेल की कीमतों में जो बढ़ोत्तरी का दौर चालू हुआ। वो इस साल भी बना रहा। साल भर में खाद्य तेल की कीमतें करीब दोगुनी हो गई हैं।
अभी महीने भर के भीतर ही खाद्य तेल की कीमतों में 15 से 25 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। इसके अलावा मसूर दाल और चने की कीमतें भी तेज हुई हैं। आम उपभोक्ताओं से लेकर खुदरा व्यापारियों तक को ये समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कीमतें क्यों बढ़ रही हैं।
कारण जो भी हो, लेकिन इससे आम आदमी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के पहले सरसो तेल की कीमत 80 से 90 रुपये प्रति लीटर थी और अभी 165 से 175 रुपये प्रति लीटर हो गई है। मतलब कीमत में करीब दोगुनी बढ़ोत्तरी हुई है। वैसा ही हाल रिफाइन तेल का है। पिछले साल रिफाइन तेल 70 से 75 रुपये लीटर में बिक रहा था और अभी इसकी कीमत 150 से 155 रुपये है। साल भर में न तो तिलहन की फसल की उत्पादन में कमी आई और न ही कोई मिल बंद हुए।
इसके बाद भी लगातार कीमतें बढ़ रही हैं। शासन-प्रशासन इसकी कीमतों को नियंत्रित करने में असफल रही है और इससे आम उपभोक्ता प्रभावित हो रहे हैं।
सट्टा और अंतरराष्ट्रीय बाजार से पड़ रहा फर्क
व्यापार से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि खाद्य तेलों की कीमतें भी सट्टा बाजार से नियंत्रित हो रही हैं। रोजाना सट्टा मार्केट की तरह ही इसकी कीमतें घटती या बढ़ती हैं। वहीं कुछ व्यापारियों का कहना है कि भारत में बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों का आयात किया जाता है। अभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में ही इसकी कीमत बढ़ी हुई हैं। जिसका असर खुदरा बाजार में देखने को मिल रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि भारत में तिलहन के उत्पादक कम हैं। इसलिए यहां के उत्पादन के भरोसे तेल की आपूर्ति संभव नहीं है। सबसे ज्यादा सरसो तेल की कीमत अनियंत्रित हैं और उसके चलते ही राइस ब्रान और रिफाइन तेल की कीमतों को बढ़ा दिया जा रहा है। जबकि राइस ब्रान और रिफाइन तेल की कीमतें ज्यादा प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
लाकडाउन के दौरान इतनी बढ़ी तेल व दाल की कीमतें
सामान-कीमत (पहले)-कीमत (अभी)
सरसो तेल-135 से 140 रुपये-165 से 175 रुपये
रिफाइन तेल-128 से 132 रुपये-150 से 155 रुपये
मसूर दाल-65 से 70 रुपये-80 से 85 रुपये
देसी चना-55 से 65 रुपये-70 से 72 रुपये
काबुली चना-80 से 85 रुपये-100 से 110 रुपये
नोट :- सरसो तेल और रिफाइन तेल की कीमत प्रति लीटर के हिसाब से है। वहीं मसूर दाल, देशी चना और काबुली चना की कीमत प्रति किलो के हिसाब से है।
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