भिलाई: पति की मौत के बाद धर्म परिवर्तन कर चुकी बहू की एक हरकत ने पूरे परिवार को विवाद में घसीट लिया। प्रार्थना सभा आयोजित करने की जिद पर अड़ी बहू और उसके समर्थकों को सास ने जेल भिजवा दिया। मामला भिलाई के पुलगांव इलाके का है, जहां सास श्याम बाई यादव ने बहू गीता यादव के कहने पर घर में जुटे पादरी और अन्य लोगों की जानकारी हिंदूवादी संगठन और पुलिस को दे दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पादरी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जेल भेज दिया।
पुलगांव थाना प्रभारी पुष्पेंद्र भट्ट के अनुसार, यह मामला पुलगांव चौक के पास स्थित श्याम बाई यादव के घर का है। घटना उस समय की है जब गीता यादव ने अपने घर पर एक प्रार्थना सभा आयोजित की थी। सभा में शामिल होने के लिए भिलाई निवासी पादरी डीके देशमुख अपने कुछ साथियों के साथ पहुंचे थे। श्याम बाई ने उन्हें घर पर प्रार्थना करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन बहू गीता ने उनकी बात अनसुनी कर दी। इसके बाद, सास ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गीता यादव, पादरी डीके देशमुख और वहां उपस्थित अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया। थाने पहुंचने पर गीता ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इसी बीच, हिंदूवादी संगठनों के सदस्य भी थाने पहुंच गए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए सभी 10 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
पुलिस ने जानकारी दी कि श्याम बाई के बेटे गौकरण यादव का निधन वर्ष 2017 में हो गया था। इसके बाद से ही उनकी बहू गीता ने धर्म परिवर्तन कर लिया था और नियमित रूप से चर्च जाने लगी थी। उसने सास श्याम बाई को भी धर्म परिवर्तन के लिए राजी करने की कोशिश की, लेकिन असफल रही। रविवार को जब गीता ने घर पर ही प्रार्थना सभा करने की योजना बनाई, तो श्याम बाई ने इसका विरोध करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके परिणामस्वरूप सभी आरोपियों को जेल भेजा गया।