भिलाई। बीएसपी एन्सीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता से मुलाकात की। इस दौरान एसोसिएशन के ने विभिन्ना समस्याओं को उठाते हुए प्रबंधन की ओर से पहल की मांग की। प्रबंधन की ओर से कहा गया कि भिलाई इस्पात संयंत्र और सहायक उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं हमें एक दूसरे का ख्याल रखते हुए आगे बढ़ना है। प्रबंधन ने सहायक उद्योगों की सीमा पांच लाख से बढ़ाकर 15 लाख किए जाने के मुद्दे पर कहा कि कमेटी ने लगभग अपना काम पूर्ण कर लिया है और बहुत जल्दी इस पर निर्णय हो जाएगा।
बीएसपी एंसीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल आज डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता से मिला। इस अवसर पर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एमएम राकेश कुमार, जनरल मैनेजर फाइनेंस डा अशोक पंडा, जनरल मैनेजर तपन कुमार महाप्रबंधक राजेंद्र, उप महाप्रबंधक मनोहर शर्मा आदि भी थे।
एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष रतन दास गुप्ता, महासचिव श्याम अग्रवाल, उपाध्यक्ष रितेश रायका, अवी सहगल कोषाध्यक्ष प्रीतपाल सिंह मालवा, सचिव अशोक जैन, कोआर्डिनेटर योगेश गुप्ता शामिल थे।
प्रबंधन की ओर से कहा गया कि एन्सीलरी के लिए प्लांट की नई यूनिटों में लगने वाली पार्ट्स का पैड ट्रायल आर्डर भी तैयार किया जा सकता है ताकि सहायक उद्योगों को भिलाई से अधिकाधिक काम मिल सके। एसोसिएशन के आग्रह पर जेम के मुद्दे पर जूम मीटिंग में सही निराकरण न होने पर डायरेक्टर इंचार्ज ने कहा कि 21सितंबर को एक वर्कशाप भिलाई में आयोजित है जिसमें जेम से जुड़े समस्याओं का निराकरण स्थल पर ही किया जाएगा। उन्होंने सीपीडी उद्योगों को और अधिक काम देते हो हुए इसे व्यवस्थित करने की भी बात कही है। उन्होंने कहां की सहायक उद्योगों के लिए आरक्षित पार्ट्स जेम में भी आरक्षित रखा जाएगा सहायक उद्योगों के लिए पास की अवधि तीन माह से बढ़ाकर एक साल किए जाने को लेकर प्रबंधन सीआईएसएफ से चर्चा करेगा।