भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के ब्लास्ट फर्नेस-6 में चल रहे कैपिटल रिपेयर कार्य के दौरान बड़ा हादसा हो गया। मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे, गैस रिसाव की चपेट में आने से तीन ठेका श्रमिक बेहोश हो गए। यह हादसा तब हुआ जब भोजन के बाद श्रमिक बर्नर क्रमांक-18 के पास आराम कर रहे थे। उनकी हालत बिगड़ती देख, मौके पर मौजूद अन्य कर्मियों ने तुरंत उन्हें मेनगेट अस्पताल पहुंचाया। गंभीर स्थिति को देखते हुए, सभी को सेक्टर-9 अस्पताल के ICU में शिफ्ट किया गया।
ब्लास्ट फर्नेस-6 में पिछले एक साल से कैपिटल रिपेयर का काम चल रहा है, जो अब अपने अंतिम चरण में है। इसी को देखते हुए ब्लोविंग-हिटिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। मंगलवार को मोहम्मद मेराज, हरिचरण और मोहन लाल गुप्ता, जो ठेका श्रमिक के तौर पर कार्यरत थे, ने भोजन के बाद बर्नर क्रमांक-18 के पास आराम किया। अचानक उन्हें गैस रिसाव का सामना करना पड़ा और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
"घटनास्थल को सील कर दिया गया है। बीएसपी प्रबंधन को नोटिस जारी किया जाएगा। डॉक्टरों से बात हुई है और प्रभावितों की स्थिति में सुधार हो रहा है।" आशुतोष पांडेय, डिप्टी डायरेक्टर हेल्थ एंड सेफ्टी
इस हादसे के बाद संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। कर्मियों का कहना है कि इस संवेदनशील क्षेत्र में गैस रिसाव की आशंका पहले से थी, लेकिन यहां गैस मॉनिटर या कोई अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं लगाया गया था।
ब्लास्ट फर्नेस की गैस रंगहीन और गंधहीन होती है, जिससे रिसाव का पता लगाना बेहद मुश्किल होता है। घटना के बाद संयंत्र प्रशासन ने गैस लाइन को बंद कर दिया और प्रभावित क्षेत्र के 150 मीटर के दायरे को सील कर दिया है। इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
घायलों की स्थिति: