नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई। हैदराबाद में ऑनलाइन सट्टा एप संचालन की जानकारी मिलने पर वहां पहुंची पुलिस की टीम तेलंगाना पुलिस की जद में फंसते-फंसते बची। जिस स्थान पर ऑनलाइन सट्टा का संचालन किया जा रहा था, पुलिस की टीम वहां पर पहुंची।
पुलिस को देखकर एक युवक छत पर भागा और चौथे माले से छलांग लगा दी। वो गंभीर रूप से घायल हो गया। तेलांगना पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो वो वहां पहुंची और दुर्ग पुलिस की टीम को ही हिरासत में ले लिया। दुर्ग पुलिस के जवानों ने अपना पहचान भी बताया, लेकिन तेलांगना पुलिस मानने को तैयार नहीं था।
इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने तेलंगाना पुलिस के अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद टीम को छोड़ा गया। इसके बाद दुर्ग पुलिस ने सटोरियों का ट्रांजिट रिमांड लिया और उन्हें लेकर भिलाई के लिए रवाना हुई है।
जानकारी के अनुसार एसीसीयू द्वारा गठित टीम में शामिल आठ पुलिस कर्मी हैदराबाद गए थे। टीम में सुपेला थाना के एएसआइ सोनी, सिपाही राजीव रंजन सिंह, राकेश चौधरी, तिलेश्वर राठौर, भावेश पटेल, सगीर खान और मुरलीधर सहित कुल आठ लोग शामिल थे।
पुलिस का दावा है कि वे लोग एक नाबालिग अपहृता और एक सेवानिवृत्त बीएसपी कर्मी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सवा करोड़ की ठगी करने वालों की जानकारी मिलने पर टीम को वहां पर रवाना किया गया था।
इसी दौरान सुपेला पुलिस ने शुक्रवार की शाम को सर्कस मैदान के पास सुपेला से रूआबांधा बस्ती गायत्री मंदिर के पास निवासी विनय कुमार यादव (28) को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा था। उसके पास से मिले मोबाइल की जांच करने पर पता चला कि वो महादेव बुक और लोटस बुक के पैनलों का संचालन कर रहा था।
उससे पूछताछ करने पर उसने बताया कि वो हैदराबाद के साईं ऐमु रेसीडेंसी गोली डोडी में कमरा नंबर 303 को किराये पर लेकर वहां पर आनलाइन सट्टा संचालित करवा रहा है।
हैदराबाद में पहले से पहुंची टीम को इसकी जानकारी मिली तो टीम वहां पहुंची। वहां पर सट्टा खिलाने वाला कैंप-1 निवासी सुजीत साव नाम का युवक पुलिस को देखते ही पहचान गया और छत की ओर भागा। पुलिस उसके पीछे पीछे भागी तो उसने बिल्डिंग की चौथी मंजिल से छलांग लगा दिया।
इसके बाद तेलंगाना पुलिस ने दुर्ग पुलिस की टीम को हिरासत में ले लिया था। साथ ही वहां पर सट्टा खिला रहे एक अपचारी समेत सात अन्य आरोपितों को भी हिरासत में लिया। दुर्ग पुलिस के अधिकारियों ने जब तेलांगना पुलिस के अधिकारियों से बात की तो दुर्ग पुलिस की टीम को वहां से छोड़ा गया।
बी चंदू पिता गणेश चंदू (20) निवासी कैंप-1 भिलाई
अभिषेक पिता उत्तम वर्मा (33), निवासी जामुल
हिमांशु चौहान पिता विनोद चौहान (23) निवासी कैंप-1 प्रगति नगर
उदय पिता संतोष (22) निवासी कैंप-1 भिलाई
आदित्य पांडेय पिता कन्हैया पांडेय (20) निवासी कैंप-1 भिलाई
एक अपचारी बालक
पुलिस की टीम वहां पर दो मामलों की जांच के लिए पहुंची थी। तभी हैदराबाद में ऑनलाइन सट्टा के संचालन की जानकारी मिली। जिस पर पुलिस ने वहां भी दबिश दी। पुलिस को देखकर एक आरोपित छत से कूद गया था। तेलांगना पुलिस द्वारा दुर्ग पुलिस की टीम को हिरासत में लिए जाने की बात अफवाह है। वैसी कोई भी घटना नहीं हुई थी। दुर्ग पुलिस की टीम आरोपितों को लेकर भिलाई लौट रही है।
ऋचा मिश्रा, एएसपी क्राईम