विनोद सिंह, जगदलपुर (नईदुनिया)। बस्तर संभाग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभा ने भाजपा में ऊर्जा का नया संचार कर दिया है। बस्तर के सभी जिलों में स्थानीय नेता व कार्यकर्ता सक्रिय हो गए है। अंदरुनी इलाकों में जहां तक पहुंच संभव है, वहां तक नेता और कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं। इसका प्रभाव चुनाव परिणाम पर भी दिखाई दे सकता है। पीएम की सभा के बाद भाजपा अपने अन्य स्टार प्रचारकों को जल्द चुनावी अखाड़े में उतारने जा रही है।
मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने मोदी की सभा के बाद माहौल को भुनाने और प्रचार को गति देने तथा आगामी दिनों में स्टार प्रचारकों की प्रस्तावित सभाओं की तैयारी को लेकर यहां पदाधिकारियों की लंबी बैठक ली। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 13 अप्रैल को दंतेवाड़ा में चुनावी सभा करेंगे। कोंडागांव में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की चुनावी सभा कराने पर भी विचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की भी 12 अप्रैल को बीजापुर में सभा और जगदलपुर में रोड शो की तैयारी कर ली गई है। बस्तर संभाग में लोकसभा की दो सीटें हैं। पिछले चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस दो ही सीटें जीत पाई थी, उसमें एक बस्तर है। अभी बस्तर में कांग्रेस से दीपक बैज सांसद है। यहां 19 अप्रैल और कांकेर में 26 अप्रैल को मतदान होगा। बस्तर सीट पर जीत और कांकेर सीट बचाने के लिए भाजपा जुट गई है। बता दें कि कांकेर में भाजपा को लगभग छह वोटों के अंतर से जीत मिल पाई थी।
आठ अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभा बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से 40 किलोमीटर दूर नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम छोटे आमावाल में हुई। सभा में जुटी भीड़ से भाजपाई गदगद हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी जनता को अपने परिवार का सदस्य बताकर आत्मीयता दिखाई, उससे भीड़ प्रभावित दिखी। महिलाएं, जिन्हें महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने लगा है, उनकी खुशी देखते ही बन रही थी।
चर्चा की केंद्र में महतारी वंदन योजना
सभी वक्ताओं के भाषण में केंद्रीय योजनाओं के साथ प्रदेश सरकार की गारंटियों विशेषकर महतारी वंदन की चर्चा केंद्र में रही। मुख्यमंत्री भी यह बताने में नहीं चूके कि कांकेर और बस्तर लोकसभा क्षेत्र में लगभग 10 लाख महिलाओं को इस योजना से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री के दौरे के बाद भाजपा के प्रचार का रंग बदल गया है। मंगलवार को बस्तर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने दो दर्जन से अधिक छोटी सभाएं की। आगे इनकी संख्या और बढ़ेगी।