नईदुनिया प्रतिनिधि बस्तर। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल का नक्सलियों के खिलाफ अभियान (Anti Naxal Operation) लगातार जारी है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षा बल को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में बुधवार को पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली हेमला बुधरा ने एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया। वहीं, दंतेवाड़ा में पांच इनामी सहित 17 नक्सलियों ने सीआरपीएफ कैंप में समर्पण किया है।
सुकमा जिले के थाना किस्टाराम क्षेत्र के कन्नेमरका निवासी नक्सली हेमला (29) सप्लाई टीम का डिप्टी कमांडर था। उसने बुधवार को नक्सल आपरेशन कार्यालय सुकमा में उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
हेमला बालसंघम सदस्य के रूप में दलम में भर्ती हुआ था। अनेक वारदातों में शामिल रहने वाले इस नक्सली ने बाद में कई जिम्मेदारियां संभाली। इसके बाद आदिवासी किसान मजदूर संगठन, मिलिशिया, बस्तर बटालियन कमांडर रहते हुए फिर पीएलजीए सदस्य के रूप में सक्रिय था। उस पर जिले के कई थानों में गंभीर अपराध लंबित हैं।
वहीं दंतेवाड़ा में पांच इनामी समेत 17 नक्सल संगठन सदस्यों ने हथियार व हिंसा का राह छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने सीआरपीएफ कैंप पहुंच समर्पण किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के परिणाम स्वरूप पांच इनामी समेत 17 नक्सलियों ने एसपी दफ्तर पहुंच समर्पण किया है।