छत्तीसगढ़ के इस सरकारी अस्पताल में अनोखा मामला, 24 घंटों में 6 बच्चों का हुआ जन्म, खुशी से झूम उठा परिवार
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) पुरूर ने 24 घंटों के भीतर 6 नार्मल डिलीवरी सफलतापूर्वक कराई, जिससे यह केंद्र एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाला पहला केंद्र बन गया। सभी प्रसव सुरक्षित रहे और मां-बच्चे दोनों स्वस्थ हैं। सीएमएचओ डॉ. महेश कुमार सूर्यवंशी ने सभी कर्मचारियों को बधाई दी।
By Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Wed, 13 Nov 2024 02:18:57 PM (IST)
Updated Date: Wed, 13 Nov 2024 10:42:54 PM (IST)
HighLights
- पीएचसी पुरूर पहला केंद्र बना, जहां एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में प्रसव हुए।
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक खुशखबरी सामने आई है। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पुरूर ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पिछले 24 घंटों में इस स्वास्थ्य केंद्र में 6 नार्मल डिलीवरी सफलतापूर्वक कराई गईं हैं। इस प्रकार, पीएचसी पुरूर ऐसा पहला स्वास्थ्य केंद्र बन गया है, जहां 24 घंटे के भीतर 6 प्रसव कराए गए हैं।
यह उपलब्धि इस क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। इस सफलता से पीएचसी पुरूर के कर्मचारियों और स्टाफ का मनोबल भी बढ़ा है। सभी प्रसव पूर्ण रूप से सुरक्षित रहे और मां-बच्चे दोनों स्वस्थ्य हैं।
पीएचसी पुरूर की इस उपलब्धि के लिए यहां के स्टाफ नर्स हेमबती नेताम, सोनल मसीह, कुसुम साहू, भारती साहू, वार्ड आया यशोमति साहू और आरएमए कमल किशोर सिन्हा का अहम योगदान रहा। इन सभी ने प्रसवों को सहज और सुरक्षित रूप से संपन्न करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस उपलब्धि को लेकर सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी) डॉ. महेश कुमार सूर्यवंशी ने पीएचसी पुरूर के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
प्रसव करने वाली महिलाओं में ग्राम सोहतरा की गीता (पति- नंदकुमार), ग्राम पुरूर की वंदना सौरभ जोशी (पति- सौरभ जोशी), ग्राम नवागांव की कौशिल्या (पति- पेमन), ग्राम चिटौद की सीमन (पति- राहुल), ग्राम मरकाटोला की संगीता (पति- नरेंद्र), और ग्राम भर्रीगांव की प्रीति (पति- राजेंद्र) शामिल हैं, जिन्होंने यहां बच्चों को जन्म दिया।