Kisan Whatsapp Group: किसानों को सहूलियत, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर पटवारी दे रहे हर योजना की जानकारी
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में कुछ पटवारियों ने जनसेवा की मिसाल पेश की है। उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर आम लोगों और किसानों तक जरूरी जानकारियां पहुंचाने का काम किया है।
By Arvind Dubey
Publish Date: Sat, 28 Sep 2024 02:45:40 PM (IST)
Updated Date: Sun, 29 Sep 2024 09:45:40 AM (IST)
HighLights
- किसानों को भटकने से मिलती है निजात
- कलेक्टर ने की पटवारियों की तारीफ
- कहा- बाकी पटवारी भी उठाएं फायदा
नईदुनिया. बलौदाबाजार। राजस्व के कामों में पटवारियों की अहम भूमिका होती है। खेती-बाड़ी से लेकर उपज का लेखा जोखा और जमीन का सीमांकन, विरासत, हैसियत प्रमाण-पत्र, जाति, आय, निवास, आपदा प्रमाण-पत्र बनाने जैसे अनेक काम इनके जिम्मे होते हैं। पटवारियों के जिम्मे बहुत से शासन के काम होते हैं, जिस कारण कई गावों में कार्यालय में नहीं रहने की शिकायत प्राप्त होती है। उन्ही से निदान हेतु गांव किसानों को भटकने ना पड़े, इसके लिए कुछ पटवारी व्हाटसएप ग्रुप बनाकर आमजनों को अपनी उपस्थिति की जानकारी मुहैया कराते हैं।
कसडोल तहसील अंतर्गत सर्वा हल्का के पटवारी देवेश देवांगन ने अपने हल्का नंबर में आने वाले गांव (बैजनाथ) के लोगों का व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है। इसमें वे लोगों को हर योजना का अपडेट देते रहते हैं। किसान भी अपने काम की जानकारी व्हाट्सएप पर देते हैं, इसी प्लेटफार्म पर उनकी समस्याओं का हल भी हो जाता है।
ऑनलाइन रिकॉर्ड 99.9 प्रतिशत दुरुस्त
- पटवारी रिकॉर्ड ऑनलाइन होने के मामले में भी यह हल्का सबसे आगे है। यहां का ऑनलाइन रिकॉर्ड भी 99.9 प्रतिशत दुरुस्त हो गया है। लोग घर बैठे ही ऑनलाइन बी1, नक्शा, खसरा, आधार लिंक से लेकर फसल वृद्धि की जानकारी देख सकते हैं।
- साथ ही इनके द्वारा प्रतिदिन गिरदावरी की जानकारी सहित कार्यालय में बैठने की सूचना भी देते हैं। उक्त यह कार्य 3 सालो से जारी है। इसी तरह सिमगा तहसील के अंर्तगत ग्राम चौरेंगा हल्का के पटवारी एम डी कोसले भी इस तरह कार्य कर रहे है।
- यहा सभी रिकॉर्ड लगभग ऑनलाइन हो चुका है। कलेक्टर दीपक सोनी ने इन पटवारियों के कार्य की प्रशंसा करते हुए बाकी सभी पटवारियों ऐसे नवाचारी तकनीकी का इस्तेमाल करने कहा है ताकि लोगो को अधिक से अधिक सुविधा मिल सके।