बलौदाबाजार/घोटिया। बलौदाबाजार जिले के पलारी में पुलिस और नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष व भाजपा नेता यशवर्धन वर्मा के बीच विवाद बढ़ते-बढ़ते बड़ा हंगामा हो गया। इस घटना के बाद सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर रात 2 बजे तक हंगामा किया। स्थिति तब शांत हुई जब बलौदाबाजार एसपी विजय अग्रवाल ने पलारी थाने के टीआई और दो आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की रात करीब 9.30 बजे, नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के कुछ साथी थाने के सामने कार में तेज आवाज में गाना बजा रहे थे और डांस कर रहे थे। इसे रोकने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष और पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी होने लगी जो जल्दी ही मारपीट में बदल गई।
मारपीट की खबर फैलते ही जिले भर से भाजपा कार्यकर्ता, जिला भाजपा अध्यक्ष सनम जांगड़े के नेतृत्व में, थाने के बाहर जमा हो गए। वे दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने और उन्हें निलंबित करने की मांग कर रहे थे। हंगामा इतना बढ़ गया कि स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा।
भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश देखते हुए बलौदाबाजार एसपी विजय अग्रवाल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी केसर पराग बंजारा और दो आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद ही प्रदर्शनकारियों का गुस्सा शांत हुआ और वे थाने के बाहर से हटे। एसपी ने मामले की जांच के लिए डीएसपी मुख्यालय राजेश अवस्थी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
स्थिति बिगड़ते देख आसपास के थानों से आधा दर्जन टीआई, डीएसपी, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह पलारी थाने पहुंचे। पुलिस की भारी मौजूदगी के कारण स्थिति नियंत्रण में आई। यशवर्धन वर्मा ने मारपीट की शिकायत लिखित रूप में दर्ज करवाई।
नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना किसी कारण उन्हें कार से उतारते ही मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि वे प्रतिदिन रात 9 बजे नगर पंचायत कार्यालय से घर लौटते हैं और उस दिन भी ऐसा ही हो रहा था।
दूसरी ओर, एडिशनल एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि यशवर्धन वर्मा और उनके साथी मेन रोड पर शराब पार्टी कर रहे थे। थाना प्रभारी ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तब विवाद शुरू हो गया। मामले की आगे की जांच डीएसपी राजेश श्रीवास्तव कर रहे हैं, और जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।