बालोद। Balod News जिले के डौंडी वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुंजकन्हार में मंगलवार की सुबह करीबन पांच बजे एक दंतैल हाथी ने बुजुर्ग महिला को कुचल दिया। इससे बुजुर्ग महिला गीताबाई (60 वर्ष) की मौत हो गई। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। यह लगातार चौथे साल छठवीं घटना है। डौंडी पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी जीएल साहू ने बताया कि गीताबाई ठाकुर मंगलवार सुबह पांच बजे घर से तालाब किनारे शौच के लिए गई हुई थी। वहीं उसका सामना एक दंतैल हाथी से हो गया। जब तक वो भाग पाती, तब तक हाथी ने उसे अपने सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया और पैरों से कुचल दिया। ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस की मदद से गंभीर रूप से घायल महिला को डौंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां महिला ने दम तोड़ दिया। अंतिम संस्कार मृतिका के ससुराल कोटगांव में किया गया। वहीं वन विभाग और पुलिस घटना की जांच कर रही है।
सहायता स्वरूप मृतिका के स्वजनों को 25 हजार नगद राशि दी
वन विभाग की टीम ने जल्द ही सहायता स्वरूप मृतिका के स्वजनों को 25 हजार नगद राशि प्रदान की। विभाग द्वारा जांच व पूरी कार्रवाई बाद पांच लाख 75 हजार मुआवजा राशि का चेक प्रदान किया जाएगा। इस दौरान मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी, जनपद उपाध्यक्ष पुनीत सेन मौजूद रहे। बताया गया कि मृतिका गीताबाई का कुंजकन्हार गांव मायका है।
मुनादी कर दर्जनों गांव में लोगों को किया जा रहा हैं अलर्ट
डौंडी वन विभाग ने दंतैल हाथी के क्षेत्र में होने की सूचना पहले ही दे दी थी। वन विभाग ने ग्रामीणों को अकेले जंगल में जाने की मनाही भी की है। लगातार मुनादी कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। इसके बावजूद कई लोग विभाग की चेतावनी को नजर अंदाज कर रहे हैं और वन्यप्राणियों के हमले में अपनी जान गंवा रहे हैं। वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है। आपको बता दें कि उरझे, कुन्जकन्हार, लैनकसा, दिघवाडी, पुतरवाही, भर्रीटोला गांवों में मुनादी करवाई गई है। मंगलवार देर शाम तक हाथी दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र की सीमा तक पहुंच चुका था। इसके अंतर्गत धनवापारा, मथेना, बोडारडीह, परकालकसा, पुत्तरवाही, सिंघोला, मंगलतराई, अरजगुंडा और जबकोहड़ा व गिधाली गांव को अलर्ट किया गया है।
फसलों को भी पहुंचाया नुकसान
हाथी ने जनहानि के साथ साथ फसलों को भी हानि पहुंचाया हैं। धान, गन्ने, केला सहित सब्जियों की फसलों को अपने पैरों से रौंद दिया। कई एकड़ में लगी फसलों को तबाह व चौपट कर दिया है।
चार वर्षों में छह लोगों को हाथी ने कुचला
बीते चार साल में यह जनहानि की छठवीं घटना है। जिले में पहली जनहानि 16 दिसंबर 2020 को डौंडी वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम लिमऊडीह-खल्लारीपारा में 17 वर्षीय डोमेन्द्र सिंह की हुई थी। फिर 26 मई 2021 को दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम अरजगुंडरा में भगवान सिंह (45 वर्ष), 15 सितंबर 2021 को दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत ही कक्ष क्रमांक पीएफ-293 में दानीटोला परिसर के अड़जाल में संतोष भुआर्य (48 वर्ष), एक अगस्त 2022 को बालोद वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुल्ले में रामजी (46 वर्ष) व 11 अगस्त 2022 को गुरुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोहतरा के पास मोतिन बाई (65 वर्ष) की मौत हाथी द्वारा की गई थी।