बालोद/गुरुर। धमतरी की रहने वाली आंचल यादव की हत्या 26 मार्च 2019 को उनके भाई सिद्धार्थ यादव उर्फ जिमी ने की थी। तो साथ ही हत्या का साक्ष्य उनकी मां ममता यादव ने छिपाया था। घटना के दूसरे दिन आंचल की लाश जूट की रस्सी से बंधी बालोद जिले के गुरुर थाना क्षेत्र के ग्राम बालोद गहन नहर नाली में मिली थी। लंबी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने अंततः आंचल के भाई और उनकी मां को इस हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था।
जिसमें 6 जुलाई को बालोद कोर्ट में फैसला सुनाया गया। जज सरोज नंद दास ने इस मामले में हत्या के मुख्य आरोपी सिद्धार्थ यादव उर्फ जिमी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। तो मामले में साक्ष्य छुपाने के आरोप में दोषी पाते हुए आंचल की मां ममता यादव को 3 साल की सजा सुनाई है। बहुचर्चित आंचल हत्याकांड को सुलझाने में बालोद, धमतरी, दुर्ग, रायपुर सहित अन्य जिलों की संयुक्त पुलिस टीम ने काम किया था।
आंचल ने पहले चाकू से अपने भाई पर किया था वार
लोक अभियोजक छन्नू लाल साहू ने बताया इस केस की अंतिम कड़ी तक पहुंचने के लिए 11 गवाहों की जरूरत पड़ी थी। सभी की सुनवाई के बाद जज ने फैसला सुनाया। बता दे कि आरोपी सिद्धार्थ यादव को अपनी बहन आंचल यादव का फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक अश्लील तस्वीरें डालना अच्छा नहीं लगता था। इसी बात को लेकर घटना की रात को रायपुर से धमतरी पहुंची आंचल के साथ उनका झगड़ा हुआ था। शुरुआत करते हुए आंचल ने पहले चाकू से अपने भाई पर वार किया था।
आरोपी भाई ने उसी चाकू को छीनकर आंचल की पेट पर किया वार
फिर उसी चाकू को छीनते हुए आरोपी भाई ने आंचल की पेट पर दो बार वार किया था। फिर हाथ से गला दबाकर उसकी हत्या कर लाश को कार की डिक्की में छुपा कर अपनी मां के साथ उसे ठिकाने लगाने निकला था। मां को उसने जिला अस्पताल धमतरी के पास छोड़ा था ताकि कोई पूछे तो इलाज कराने का बहाना बना सके। फिर वह बालोद गहन की ओर निकल पड़ा। जहां पर नहर में लाश फेंक दी थी। घटना के दौरान आंचल के पहने सोने के जेवर सहित अन्य सामानों को टेबल लैंप का स्क्रू खोलकर छिपाया था। तो वही लाश को रात करीब 1:30 बजे ठिकाने लगाया था।
माडल जैसी जिंदगी जीती थी आंचल
इसके पहले शहर में सीसीटीवी फुटेज देखने के लिए स्कूटी में घूमने भी निकला था। आंचल माडल जैसी जिंदगी जीती थी। बड़े लोगों से मिलते जुलते रहती थी। निजी फोटोग्राफर रखती थी और अपने रोज की तस्वीरें शेयर करती थी। पर उनका कम कपड़ों में तस्वीरें खिंचवाना और उन्हें सोशल मीडिया में पोस्ट करना भाई को अच्छा नहीं लगता था।
जांच में उस समय यह बात भी सामने आई थी कि भाई जब उनकी तस्वीरों से चिढ़ता था तो बहन आंचल यादव ने भी भाई को चिढ़ाने अपने भाई के नाम (जिमी) का कुत्ता भी पाला हुआ था। इस बात से दोनों के बीच अनबन होती थी और दोनों के बीच ज्यादा बनती नहीं थी। घटना की रात को जमीन विवाद के पुराने पेशी के चलते आंचल धमतरी आई हुई थी। अक्सर रायपुर में रहा करती थी।