अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। सरगुजा जिले में जंगली हाथी कब , कहां पहुंच जाए इसका अनुमान लगा पाना संभव नहीं हो पाता। वन विभाग के कागजी निगरानी के दावों के बीच जंगली हाथी लगातार जनहानि कर रहे है।सीतापुर वन परिक्षेत्र में गुरुवार की रात दल से बिछड़े हाथी ने युवक को कुचल कर मार डाला। सुबह घटना की जानकारी मिली।वन विभाग अब दावा कर रहा है कि युवक शराब के नशे में था। हाथी के प्रभावित क्षेत्र में होने की मुनादी भी कराई गई थी।
आधी रात को सीतापुर के एरंड नावापारा के जंगल से भटक सरगा पहुंच जंगली हाथी ने युवक की जान ले ली। पूरी रात युवक का शव घटनास्थल पर पड़ा रहा।
जानकारी के अनुसार ग्राम गेरसा निवासी राजेश चौहान (28) देर रात अपने परिचित के यहां से वापस अपने घर आ रहा था।इसी दौरान ग्राम एरंड नावापारा के जंगल से भटककर ग्राम सरगा के आश्रित गांव जोकारी पहुंचे जंगली दंतैल हाथी से युवक का आमना सामना हो गया।जंगली हाथी ने युवक को अपनी चपेट में लेते हुए मौके पर ही पैर से दबाकर उसकी जान ले ली।इस घटना के बाद पूरी रात युवक का शव घटनास्थल पर पड़ा रहा।सुबह लोगो ने देखा तब उसके घरवालों को जानकारी दी। वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घटना को लेकर ग्रामीणों से पूछताछ के बाद दावा किया कि युवक नशेड़ी प्रवृत्ति का था। रात को नशे की हालत में वह घर लौट रहा था।अचानक हाथी से सामना हो जाने के कारण घटना हुई।
हाथी आने की सूचना दी गई थी ग्रामीणों को : रेंजर
वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि ग्राम एरंड नावापारा के जंगल से भटक कर एक जंगली हाथी क्षेत्र में विचरण कर रहा है।इस बारे में आसपास के सभी प्रभावित गांवों में प्रचार प्रसार किया गया था।देर रात जशपुर जिले के जंगल में जाने के दौरान हाथी ने कुचल कर युवक को मार डाला।इस हादसे के बाद पीड़ित परिवार को 25 हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है।शेष 5 लाख 75 हजार की मुआवजा राशि भी औपचारिकता पूरी करने के बाद दे दी जायेगी।फिलहाल हाथी जशपुर जिले के साजापानी के जंगल में है।