Hindenburg Report: अदाणी ग्रुप के बाद अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने एक और कंपनी की पोल खोलने का दावा किया है। 23 मार्च को इसकी रिपोर्ट के सामने आते ही कंपनी के शेयरों में 20 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है। ये कंपनी है ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसी की पेमेंट कंपनी ब्लॉक इंक। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि कंपनी ने फर्जी तरीके से अपने यूजर्स की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। इस खबर के बाद अमेरिकी बाजार तहलका मच गया है और ब्लॉक इंक के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
हिंडनबर्ग ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, "हमने करीब 2 सालों की पड़ताल के बाद यह पाया है कि ब्लॉक इंक ने सिस्टमैटिक रूप से उस डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जिसकी मदद करने का वह दावा करती है।" हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के आने के कुछ ही देर बाद ब्लॉक इंक के शेयर 13% गिर गए। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत को काफी कम करके बताया है। आरोप है कि कंपनी के कैश ऐप के प्रोग्राम में कई कमियां हैं। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि यह कंपनी निवेशकों को गुमराह करती रही है और तथ्यों के साथ भी खिलवाड़ किया है।
इससे पहले हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते 24 जनवरी को अदाणी ग्रुप पर एक रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयर काफी नीचे आ गये और इस ग्रुप की कंपनियों का 15 हजार करोड़ डॉलर से अधिक मार्केट कैप साफ हो गया। इनमें अब रिकवरी तो हो रही है, लेकिन अभी भी किसी कंपनी के शेयर पुराने लेवल पर नहीं पहुंच पाए हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया गया था।
बता दें कि हिंडनबर्ग की अमेरिका की शॉर्ट सेलर रिसर्च फर्म है। इसके फाउंडर नाथन एंडरसन हैं। हिंडनबर्ग ने ये भी कहा कि उसने ब्लॉक इंक के शेयरों में शॉर्ट-पोजिशन ली है, यानी उसने इसके शेयरों में गिरावट आने पर दांव लगाया है। वहीं, ब्लॉक इंक 44 बिलियन डॉलर मार्केट कैप की कंपनी है।जैक डोर्सी ने Block इंक की स्थापना 2009 में की थी। यह कंपनी टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई है।