
Mukesh Ambani Biography: यदि आपने रिलायंस इंडस्ट्रीज की टैग लाइन यानी ध्येय वाक्य ध्यान से देखा होगा तो आपको मुकेश अंबानी की फिलॉसाफी समझ में आ जाएगी। यह लाइन है, Growth is Life यानी ग्रोथ या विकास, तरक्की ही जीवन है। यही दर्शन उनके पिता धीरूभाई अंबानी का भी थी, और यही कारोबारी गुर उन्होंने विरासत में दिए। रिलायंस इंडस्ट्रीज को शिखर तक पहुंचाने वाले मुकेश अंबानी भारत के सबसे धनी और शीर्ष उद्योगपति तो हैं ही, वे अब विश्व में भी सबसे अमीरों की सूची में छठें नंबर पर आ गए हैं। सीखना और तरक्की करना उनके जीवन का मूल मंत्र रहा है। उन्होंने कारोबारी सफलता हासिल करते हुए कई दिग्गज बिजनेसमैन को पीछे कर दिया है। आज उनकी कंपनी की 43वीं AGM हुई, जिसमें उन्होंने कई बड़े ऐलान भी किए हैं जो जीवन से जुड़े हैं। सभी के मन में सवाल उठता होगा कि मुकेश अंबानी का शुरुआती जीवन और करियर कैसा रहा होगा और उन्होंने ऐसा क्या किया जो आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। पढ़ें उनके जीवन और करियर की वे बातें जो आप जानना चाहेंगे।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मुकेश अंबानी का जन्म भारत में नहीं बल्कि यमन में हुआ था। असल में उस समय उनके पिता धीरूभाई अंबानी एवं माता कोकिलाबेन व्यापारिक मामले में यमन गए थे। 19 अप्रैल, 1957 को मुकेश अंबानी का जन्म हुआ। अंबानी परिवार की पहचान उस समय बहुत बड़ी नहीं थी। धीरूभाई तब साउथ मुंबई के बालेश्वर क्षेत्र में दो बेडरूम के फ्लैट में अपने परिवार सहित रहते थे। मुकेश ने अपनी आरंभिक शिक्षा मुंबई से ही की। हाईस्कूल करने के बाद मुकेश अंबानी ने माटुंगा के एक संस्थान से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे एमबीए करने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए। हालांकि इस पढ़ाई को अधूरा ही छोड़कर भारत लौट आए। सत्तर के दशक में रिलायंस ग्रुप का इतना नाम नहीं था। मुकेश ने अपने पिता का हाथ बंटाना शुरू किया ताकि वे अपने ग्रुप को स्थापित कर सकें।
उस समय रिलायंस टैक्सटाइल के क्षेत्र में काम कर रही थी। तब केंद्र सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग को निजी क्षेत्रों के लिए भी खोलना तय किया। इसके बाद ख्यात औद्योगिक घराने जैसे टाटा, बिरला आदि समूहों ने इसके लिए किस्मत आजमाई लेकिन धीरूभाई अंबानी बाजी मार ले गए। उन्हें पोलिस्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का बकायदा लाइसेंस प्राप्त हो गया। असल में यह प्लांट मुकेश अंबानी के जीवन का बहुत महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था। इसके लिए ही उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। यहां सफलता मिलने के बाद रिलायंस का कारोबार फैलने लगा। टैक्सटाइल तक सीमित ना रहकर रिलायंस ने पेट्रोलियम, गैस प्रोडक्शन, रिफाइनिंग, ऑइल और पेट्रोकेमिकल्स जैसे क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी।
1981 से संभाला रिलायंस का कारोबार
मोटे तौर पर देखा जाए तो 1981 से मुकेश अंबानी ने रिलायंस का कारोबार संभाला और तब रिलायंस इंफोकॉम लिमिटेड कंपनी के नाम से स्थापना की। ऐसा माना जा सकता है कि तकनीकी दिशा में रिलायंस का यह पहला बड़ा कदम था। मौजूदा दौर में तो लोग भलीभांति जानते ही हैं कि रिलायंस ने कितने क्षेत्रों में मजबूती से पैर जमा रखे हैं। इनमें टेलीकॉम सेक्टर का रिलायंस जियो बहुत उल्लेखनीय रूप से सफल है, जो टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम और मीडिया सेक्टर में भी अपनी जड़ें जमा चुका है। भारतीय कारोबारी जगत में उनका डंका लगातार बज रहा है और उनकी संपत्ति में लगातार उछाल भी देखने को मिल रहा है।
मुकेश अंबानी: पर्सनल लाइफ
शिक्षा
मुकेश अंबानी ने अपने भाई अनिल अंबानी के साथ मुंबई के पेडर रोड स्थित हिल ग्रेंज हाई स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा पूरी करने के लिए सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई में दाखिला लिया। अंबानी ने इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है। उन्होंने एमबीए करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया लेकिन अपने पिता की रिलायंस कंपनी को मजबूत बनाने में मदद करने के लिए बाहर चले गए। अंबानी अपने दो शिक्षकों से बेहद प्रभावित हैं जिन्होंने उन्हें लीक से हटकर सोचना सिखाया- विलियम एफ. शार्प और मैन मोहन शर्मा।
1985 में शादी
1985 में मुकेश अंबानी ने नीता अंबानी से शादी की। उनके दो बेटे हैं- अनंत अंबानी और आकाश अंबानी। बेटी का नाम है ईशा अंबानी।
भव्य घर है एंटीलिया
परिवार 27 मंजिला निजी अपार्टमेंट में रहता है, जिसका नाम है एंटीलिया। इसकी कीमत एक बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इस इमारत के रखरखाव के लिए 600 स्टाफ सदस्य नियुक्त हैं और इसमें तीन हेलीपैड, 160-कार गैरेज, निजी मूवी थियेटर, स्विमिंग पूल और एक फिटनेस सेंटर है।
इडली सांभर पसंदीदा भोजन
मुकेश अंबानी का पसंदीदा भोजन इडली सांभर है, उनका पसंदीदा रेस्तरां मैसूर कैफे, मुंबई है (वह अपने कॉलेज के समय में इस स्थान पर भोजन करते थे)।
करियर और निवेश
भारत लौटने के बाद 1981 में मुकेश अंबानी ने अपने पिता की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड बनाने में मदद की। इस समय तक पारिवारिक व्यवसाय का विस्तार रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा और दूरसंचार उद्योगों तक हो गया। इसकी सहायक कंपनी, रिलायंस रिटेल लिमिटेड भारत में सबसे बड़ी रिटेलर है। मुकेश अंबानी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के मालिक भी हैं और इंडियन सुपर लीग के मालिक हैं, जो भारत में एक फुटबॉल लीग है।
साल दर साल सफर
- 2010 में अंबानी के मार्गदर्शन में कंपनी ने भारत के जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी जमीनी पेट्रोलियम रिफाइनरी का निर्माण किया। यह रिफाइनरी प्रति दिन 660,000 बैरल का उत्पादन कर सकती है।
- 2013 में मुकेश अंबानी ने भारती एयरटेल के साथ भारत में 4 जी नेटवर्क के लिए एक डिजिटल बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए एक सहयोगी उपक्रम की घोषणा की।
- 2014 में उन्होंने अगले तीन वर्षों में व्यवसायों में 1.8 ट्रिलियन रुपये के निवेश की घोषणा की1
- 2015 से 4 जी ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत की।
- 2016 में, Jio ने 'LYF' नाम के ब्रांड के तहत अपना 4G स्मार्टफोन लॉन्च किया। यह स्मार्टफोन उस साल भारत का तीसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन था। उस साल सितंबर में, Jio 4G को व्यावसायिक रूप से लॉन्च किया गया था।
मुकेश अंबानी की बायोग्राफी एक नज़र में
- जन्म 19 अप्रैल, 1957 (एडेन, वर्तमान यमन)
- उम्र 63 साल
- अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (रिलायंस इंडस्ट्रीज)
- पत्नी नीता अंबानी
- बच्चे अनंत अंबानी (पुत्र)
- आकाश अंबानी (पुत्र)
- ईशा अंबानी (बेटी)
- 13 जुलाई 2020 तक नेट वर्थ यूएस $ 72.2 बिलियन
- राष्ट्रीयता भारतीय
- माता-पिता धीरूभाई अंबानी (पिता)
- कोकिलाबेन अंबानी (मां)
- भाई-बहन अनिल अंबानी (भाई)
- नीना भद्रश्याम कोठारी (बहन)
- दीप्ति दत्तराज सलगांवकर (बहन)
जानिये रिलायंस ग्रुप की कुछ खास बातें :
- धीरूभाई अंबानी ने महज 15,000 रुपये से कारोबार शुरू किया था। आज उनकी कंपनी 12 लाख करोड़ की हो गई है।
- संघर्ष के दौर में धीरूभाई किसी समय तीर्थयात्रियों के लिए नाश्ते की दुकान चलाते थे। आर्थिक तंगी के चलते उन्हें दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी।
- जब वे 1958 में मुंबई आए तो अपने साथ बहुत कम पैसा लेकर आए। एक चॉल में रह रहे अदन के एक गुजराती दुकानदार के बेटे के पते का कागज लेकर आए थे, ताकि उसके साथ रूम शेयर कर सकें। उन्हें जानने वाला मुंबई में कोई नहीं था।
- मुकेश अंबानी दुनिया के टॉप 10 अमीरों में एकमात्र एशियाई हैं। दुनिया के अमीरों की सूची में पूरे एशिया से मुकेश अंबानी का नाम है।
- Bloomberg Billionaire Index के मुताबिक रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 72.4 अरब डॉलर है।
- संपत्ति के साथ ही रिलांयस के एम कैप में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
- रिलायंस का एम कैप 12 लाख करोड़ के स्तर को पार कर गया है।
सफलता की सीढ़ी, दिग्गजों को पछाड़ा Timeline
14 जुलाई 2020 : मुकेश अंबानी की संपत्ति गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज की संपत्ति से भी अधिक हो गई है। अंबानी ने लैरी पेज को पीछे छोड़ा और दुनिया के सबसे अमीर शख्स की सूची में छठा स्थान हासिल किया है।
13 जुलाई 2020 : अंबानी बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफे, और Serge Brin को पीछे छोड़ दुनिया के सातवें सबसे अमीर शख्स बन गए। फोर्ब्स के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 70 अरब डॉलर है।
21 जून 2020 : अंबानी दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हुए। कंपनी के डिजिटल विंग यानी Jio Platforms में आए ताजा वैश्विक निवेश एवं कंपनी के शेयर के भाव के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के कारण अंबानी की संपत्ति में हाल में उल्लेखनीय इजाफा देखने को मिला।
7 मई 2020 : प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फोर्ब्स ने भारत के टॉप अरबपतियों की सूची जारी की। मुकेश अंबानी इस सूची में टॉप पर बने।
24 अप्रैल : Facebook-Jio Deal से मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने। उन्होंने अलीबाबा के जैक मा को पीछे छोड़ा।
बोर्ड मेंबरशिप
1- वह गवर्नर्स इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई के बोर्ड ऑफ मेंबर हैं।
2- मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड में वित्त समिति के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक और कर्मचारी स्टॉक मुआवजा समिति के अध्यक्ष हैं।
3- वह भारतीय पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष हैं।
4- वह रिलायंस पेट्रोलियम के पूर्व उपाध्यक्ष हैं।
5- वह रिलायंस पेट्रोलियम में बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
6- अंबानी रिलायंस रिटेल लिमिटेड की ऑडिट कमेटी के अध्यक्ष और अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
7- वह रिलायंस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन DMCC के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं।
8- वह पूर्व निदेशक, क्रेडिट कमेटी के सदस्य और बैंक ऑफ अमेरिका कॉरपोरेशन में मुआवजा और लाभ समिति के सदस्य थे।
9- वह वर्तमान में गुजरात के गांधीनगर में पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
अब तक मिले इतने पुरस्कार, अवार्ड्स
1- वर्ष 2000 में, उन्हें अर्नस्ट एंड यंग इंडिया द्वारा 'अर्नस्ट एंड यंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' से सम्मानित किया गया था।
2- वर्ष 2010 में उन्हें एशिया सोसाइटी द्वारा 'द अवार्ड्स डिनर में ग्लोबल विजन अवार्ड' से सम्मानित किया गया।
3- वर्ष 2010 में NDTV इंडिया द्वारा 'बिजनेस लीडर ऑफ़ द ईयर' से सम्मानित किया गया।
4- वर्ष 2010 में फाइनेंशियल क्रॉनिकल द्वारा 'बिज़नेसमैन ऑफ़ द ईयर' के रूप में सम्मानित किया गया था।
5- वर्ष 2010 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय द्वारा 'स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंस डीन का पदक' से सम्मानित किया गया।
6- वर्ष 2010 में, उन्हें हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू द्वारा '5 वाँ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला वैश्विक सीईओ' का दर्जा दिया गया।
7- वर्ष 2010 में बिजनेस काउंसिल फॉर इंटरनेशनल अंडरस्टैंडिंग से 'ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड' प्राप्त किया।
8- वर्ष 2010 में उन्हें एमएस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा द्वारा Hon ऑनरेरी डॉक्टरेट (डॉक्टर ऑफ साइंस) ’प्राप्त हुआ।
9- वर्ष 2013 में, उन्होंने इंडिया लीडरशिप कॉन्क्लेव एंड इंडियन अफेयर्स बिजनेस लीडरशिप अवार्ड्स में 'मिलेनियम बिजनेस लीडर ऑफ द डिकेड' प्राप्त किया।
10- वर्ष 2016 में, उन्हें नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा 'विदेशी सहयोगी, यू.एस. नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग' के रूप में सम्मानित किया गया था।
11- वर्ष 2016 में केमिकल हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से 2016 ओथमर गोल्ड मेडल दिया गया।
बार-बार सराहे गए, प्रतिष्ठा मिली
मुकेश अंबानी को फोर्ब्स पत्रिका द्वारा एक दशक में लगातार भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में लिस्टेड किया गया है। इसके अलावा वे दुनिया के सबसे पॉवरफुल लोगों की सूची में शामिल होने वाले भारत के एकमात्र कारोबारी हैं। जनवरी 2018 में वह फोर्बे द्वारा दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति की सूची में 18 वें स्थान पर थे। उन्होंने जैक मा को पीछे छोड़ दिया, और एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके हैं।