ITR Filing Benefits: टैक्स भारत सरकार के लिए राजस्व का मुख्य स्त्रोत है। इसका बड़ा हिस्सा आयकर से आता है। आयकर लोगों की कमाई पर लगाया जाता है। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है। इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट डेडलाइन तय करता है। जिसके पहले टैक्सपेयर्स को आईटीआर फाइल करना होता है। अधिकांश लोग सोचते हैं कि आईटीआर फाइल सिर्फ एक कानूनी जरूरत है, लेकिन इसके कई फायदे भी हैं।
पेनल्टी और ब्याज से बचने के लिए ITR समय पर फाइल करने की जरूरत है। तय समय में इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरने पर 10 हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा अगर टैक्स बकाया है। वहीं, समय अवधि के भीतर भुगतान नहीं किया जाता है, तो बकाया राशि पर ब्याज लगता है।
समय पर आयकर रिटर्न करने पर आप रिफंड क्लेम कर सकते हैं। अगर आपने पीपीएफ और किसान विकास पत्र जैसी योजनाओं में निवेश किया है, तो 80सी के तहत छूट का दावा कर सकते हैं। आप रिटर्न तभी क्लेम कर सकते हैं, जब ITR समय पर फाइल किया जाएं। यदि आप डेडलाइन के बाद आईटीआर फाइल करते हैं, तो हो सकता है कि रिफंड न मिले।
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का सबसे बड़ा फायदा फाइनेंशियल प्रोफाइल मजबूत होना है। इससे क्रेडिट स्कोर भी सुधरता है। अगर आप बैंक लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो क्रेडिट स्कोर जरूरी है। क्रेडिट कार्ड और अन्य वित्तीय जरूरतों के लिए क्रेडिट स्कोर की जरूरत होती है।
टैक्स रिटर्न फाइल समय पर करके आप आयकर विभाग के ऑडिट से बच सकते हैं। अगर आप समय अवधि के बाद रिटर्न दाखिल करते हैं, तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपके द्वारा की गई जानकारी की समीक्षा कर सकता है।
अगर आपको दुर्घटना होने पर बीमा क्लेम करना है। कानूनी कार्रवाई करने से पहले इंश्योरेंस कंपनियों को आईटीआर प्रमाणों की जरूरत होती है। यदि आप ITR की जानकारी नहीं देते हैं, तो क्लेम रकम कम हो सकती है।