इंदौर तेल-तिलहन भाव: त्योहार बीतते ही सोयाबीन की आवक बढ़ी, तेल के दाम घटे
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के दोनों शीर्ष सोया उत्पादक देशों ब्राजील एवं अर्जेन्टीना में मौसम प्रतिकूल होने से सोयाबीन की बोवनी प्रभावित हो रही है और इसका क्षेत्रफल गत वर्ष से पीछे चल रहा है। इसके अलावा उरुग्वे एवं पराग्वे जैसे पड़ोसी देशों में भी बोवनी की गति धीमी बताई जा रही है।
By Lokesh Solanki
Publish Date: Tue, 05 Nov 2024 09:21:38 PM (IST)
Updated Date: Tue, 05 Nov 2024 09:36:57 PM (IST)
सोयाबीन तेल में उपभोक्ता मांग अब लग्नसरा तक नहीं होगी। HighLights
- ऊंचे दाम पर तेल की मांग कमजोर
- इससे तेल के भाव में गिरावट रही।
- सोयाबीन के दामों में गिरावट दर्ज
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। दीपावली बीतने के साथ ही मंगलवार को सोयाबीन की आवक में इजाफा होना शुरू हो गया है। दूसरी ओर ऊंचे दामों पर तेल में बिक्री भी घट रही है। ऐसे में प्लांटों की सोयाबीन में लेवाली कमजोर देखने को मिली है। इस सबके असर से सोयाबीन के दामों में गिरावट दर्ज की गई।
प्लांट की ओर से सोयाबीन खरीदी भाव करीब 25-50 रुपये तक कमजोर बोले गए। सोयाबीन तेल में उपभोक्ता मांग अब लग्नसरा तक नहीं दिखेगी। ऊंचे दामों पर लेवाली सुस्त है। इससे तेल के भाव में भी गिरावट रही। सोयाबीन तेल इंदौर घटकर 1320-1325 रुपये प्रति दस किलो रह गया।
वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती बनी हुई है जिसके चलते पाम तेल में तेजी जारी रही।पाम तेल में तेजी को ध्यान में रखते हुए सोयाबीन तेल भी ज्यादा घटने की संभावना नहीं है।
सोयाबीन उत्पादन का इंटरनेशनल बाजार
- उल्लेखनीय है कि विश्व स्तर पर सोयाबीन के उत्पादन तथा निर्यात में ब्राजील प्रथम तथा अर्जेन्टीना तीसरे नम्बर पर है जबकि दूसरा स्थान अमेरिका का है।
- ब्राजील में अब धीरे-धीरे सोयाबीन की बोवनी जोर पकड़ने लगी है लेकिन सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- मांटोबोसो सहित देश के मध्यवर्ती एवं उत्तरी राज्यों में वर्षा का अभाव बना हुआ है।
- वैसे देश के दक्षिणी प्रांतों- पराना तथा रियो बैंड डो सूल में हाल के दिनों में हुई बारिश से बोवनी के लिए स्थिति कुछ हद तक अनुकूल हुई है।
- अर्जेन्टीना में कुछ दिन पूर्व भारी बारिश से बाढ़ आ गई थी और खेतों में पानी भरने से सोयाबीन की बोवनी पर असर पड़ रहा है। वहां पानी के सूखने का इंतजार किया जा रहा है।
- वैसे किसान इससे ज्यादा चिंतित नहीं है क्योंकि वहां दो चरणों में सोयाबीन की खेती होती है और इसकी बोवनी की लम्बी (जनवरी तक) रहती है।
- वहां रकबा कुछ बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ब्राजील में भी क्षेत्रफल कुछ सुधर सकता है। भारत में सोयाबीन तेल का सर्वाधिक आयात अर्जेन्टीना एवं ब्राजील से किया जाता है।
- सोयाबीन की खेती के प्रति इन दोनों देशों में किसानों में उत्साह एवं आकर्षण तो बरकरार है मगर उन्हें अनुकूल मौसम का सहारा नहीं मिल रहा है।
- सरसों निमाड़ी 5700-5900 एवरेज सरसों 5500-5600 राइडा 5800-6000 सोयाबीन 4650-4700 रुपये प्रति क्विंटल तक बिके।
- इंदौर बाजार के ये हैं रेट
- लूज तेल- मूंगफली तेल इंदौर 1530-1550, मुंबई मूंगफली तेल 1560 इंदौर सोयाबीन तेल रिफाइंड 1320-1325 इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1250-1255 इंदौर पाम 1405 मुंबई सोया रिफाइंड 1360, मुंबई पाम तेल 1355, राजकोट तेलिया 2430, गुजरात लूज 1521, कपास्या तेल इंदौर 1300 रुपये प्रति दस किलो।
- प्लांट सोयाबीन भाव- अवी उज्जैन 4600 बैतूल सतना 4620 बैतूल 4575 धानुका नीमच 4620 धीरेंद्र नीमच 4630 दिव्य-ज्योति पचोर 4520 हरिओम अमृत मंदसौर 4630 केएन इटारसी 4525 लाभांशी देवास 4620 आइडिया-लक्ष्मी देवास 4550 केपी निवाड़ी 4560, खंडवा 4540 मित्तल देवास 4600 एमएस 4550 नीमच प्रोटीन 4625 पतंजलि 4525 प्रकाश 4580 प्रेस्टीज देवास 4610 रामा धरमपुरी 4525 रामजानकी देवास 4580 आरएच सिवनी 4625 सांवरिया इटारसी 4550 महेश शिप्रा 4550 सोनिका मंडीदीप 4575 सालासर हरदा 4640 सूर्या मंदसौर 4650 वर्धमान अंबिका कालापीपल 4575 वर्धमान अंबिका जावरा 4635 विप्पी देवास 4600 रुपये प्रति क्विंटल।
- कपास्या खली- (60 किलो भरती) इंदौर 2250 देवास 2250 उज्जैन 2250 खंडवा 2225, बुरहानपुर 2225, अकोला 3600 रु.।