EPFO News: आमतौर पर कर्मचारियों की सैलरी से हर महीने एक निश्चित राशि प्रोविडेंट फंड में जमा होती है। इतना ही पैसा कंपनी भी पीएफ खाते में जमा करती है। इसका कुछ हिस्सा पेंशन में भी जाता है। इसके अलावा पीएफ सदस्य इंश्योरेंस स्कीम का भी मेंबर बन जाता है। किसी दुर्घटना में निधन हो जाने पर नॉमिनी को पीएफ और बीमा के पैसे मिलते है।
ईपीएफओ की सारी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध है। इन्हें एक्सेस करने के लिए कर्मचारी को 12 अंकों की आईडी दी जाती है। जिससे यूनिफाइड अकाउंट नंबर (UAN) कहा जाता है। ईपीएफओ की साइट पीएफ खाते से पैसा निकालने और बैलेंस चेक करने में काम आथी है।
वहीं, पीएफ लोन के लिए आवेदन देने में यूएएन की आवश्यकता पड़ती है। कर्मचारी का एक ही यूएएन नंबर रहता है। ऐसे में नौकरी बदलने पर यूएएन के जरिए पुरानी कंपनियों की तरफ से पीएफ अकाउंट में जमा राशि को देख सकता है।
वैसे तो कंपनियां यूएएन नंबर जनरेट करके कर्मचारियों को देती है। जिसे बाद में एक्टिवेट करना पड़ता है। अगर आपने अपना यूएएन एक्टिवेट नहीं किया है, तो इसकी प्रक्रिया जानिए।
- ईपीएफ मेबर पोर्टल पर जाएं। इंपोर्टेंट लिंक्स कैटेगिरी के नीचे एक्टिवेट यूएन पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने यूएएन, मेंबर आईडी या आधार चुनने का विकल्प आएगा।
- नाम, जन्म तारीख, मोबाइल नंबर और मेल आईडी भरकर गेट ऑथराइजेशन पिन पर क्लिक करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर पिन आएगा। इस पिन को भरें और यूएएन पर क्लिक करें।
- आपके फोन नंबर पर पासवर्ड आएगा। अब यूएएन और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें।