नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Conference on Capital Market)। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया की फाइनेंशियल मार्केट एंड इन्वेस्टर्स प्रोटेक्शन समिति के तत्वावधान में इंदौर सीए ब्रांच ने शनिवार को कैपिकल मार्केट पर एक कांफ्रेंस आयोजित की।
देश के प्रसिद्ध सीए व निवेश सलाहकारों ने निवेश की रणनीति और बाजार को लेकर अनुभव साझा किए। कांफ्रेस की शुरुआत करते हुए सीए अतिशय खासगीवाला ने कहा कि भारत की युवा जनसंख्या देश की सबसे बड़ी ताकत बनकर उद्यमिता की भावना में वृद्धि, नए व्यवसायों की स्थापना को प्रोत्साहित कर रही है।
मुंबई से आए सीए अनिल सिंघवी ने कहा कि शेयर मार्केट में निवेश के समय निवेशक सोचता है कि मार्केट सिर्फ बढ़ेगा। यदि बाजार गलती से भी थोड़ा गिर जाए तो निवेशक घबरा जाता है। यह बात ध्यान रखना है कि शेयर मार्केट ऐसा कुआं नहीं है, जहां रोज बाल्टी डालने पर पानी ही निकलेगा।
निवेश का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारी जीवन प्रत्याशा बढ़ी है। जब हम अधिक आयु में होंगे तो हमारी आय कम होगी एवं खर्च जिसमें मेडिकल का खर्च प्रमुख रूप से बढ़ेगा। ऐसे में यदि आपके पास उपयुक्त सेविंग नहीं होगी, तो आपको अधिक तकलीफ का सामना करना होगा।
सीए केमिशा सोनी ने एसएमई आईपीओ पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत में छह करोड़ से अधिक एमएसएमई पंजीकृत हैं। उसमें से 1000 भी एसएमई बोर्ड पर सूचीबद्ध नहीं हैं। मुंबई की सीए प्रीति छेड़ा ने बताया कि आरईटीआइ भारत का नए प्रकार का म्यूचुअल फंड है।
यह आय का नया स्रोत है, जो सुरक्षित और नियमित है। यह हाईब्रिड प्रकार का इंस्ट्रूमेंट है, जो न तो इक्विटी में आता है और न ही डेट में। उन्होंने आईपीओ को लेकर भी जानकारी दी।