Canara, UCO और BOB के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर, अब होम और कार लोन होगा महंगा...
हाल ही में रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन सरकारी बैंकों केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक ने अपने कर्ज महंगे करने का फैसला किया है। ये बैंक मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 5 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि कर रहे हैं।
By Anurag Mishra
Publish Date: Sat, 10 Aug 2024 06:41:41 PM (IST)
Updated Date: Sat, 10 Aug 2024 06:43:30 PM (IST)
बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की MCLR में बढ़ोतरी 12 अगस्त से लागू होगी। HighLights
- बड़ौदा सहित तीन बैंक ने MCLR बढ़ाया।
- तीनों बैकों ने की 5 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि।
- होम, ऑटो, पर्सनल लोन पर होगा सीधा असर।
बिजनेस डेस्क, इंदौर। बीते दिनों हुई रिजर्व बैंक की मॉनिटिरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग में रेपो रेट ना बढ़ाने का फैसला किया गया था। बीते नौ बार से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रिजर्व बैंक के इस फैसले से कर्ज पर कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन सरकारी बैंकों के फैसले से लोगों की जेब डीली होने वाली है।
दरअसल, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक ने फैसला किया है कि वह कर्ज को महंगा करेंगी।
ऐसे महंगा हो जाएगा कर्ज
बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और यूको बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिग रेट (MCLR) बढ़ाने का फैसला किया है। 5 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ने से होम, ऑटो या पर्सनल लोने लेने वाले ग्राहकों की जेब से ज्यादा पैसा निकलेगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की तरफ से जानकारी आई है कि वह 12 अगस्त से MCLR में बढ़ी हुई दरों को लागू करेगी। यूको बैंक में 10 अगस्त से ही बढ़ी हुई दरें लागू हो जाएंगी।
MCLR के बारे में जानें
2016 में RBI MCLR की व्यवस्था लेकर आई थी। बैंक MCLR का कर्ज देने की ब्याज दर तय करने के लिए बेंचमार्क के तौर पर उपयोग करती है। यह तय करता है कि बैंक इससे कम दर पर ब्याज नहीं दे सकती है। MCLR के बढ़ने से होम, ऑटो या पर्सनल लोने लेने वाले ग्राहकों पर असर पड़ेगा। उनको ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा।