Shiv Puja Vidhi: कुमकुम सहित ये चीजें शिवलिंग पर न चढ़ाएं, धर्मग्रंथों में बताया है वर्जित
Shiv Puja Puja Vidhi: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र व पूजनीय माना जाता है। देवताओं की पूजा में तुलसी की पत्तियां चढ़ाना काफी शुभ माना जाता है। भगवान शिव की पूजा करते समय हल्दी चढ़ाना भी वर्जित हैं।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Mon, 05 Dec 2022 01:00:02 PM (IST)
Updated Date: Mon, 05 Dec 2022 01:44:40 PM (IST)
Shiv Puja Puja Vidhi । हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव का विशेष महत्व है और पूरे देश में भगवान शिव को अलग-अलग रूपों में पूजा जाता है। भगवान शिव को शिवलिंग के रूप में भी पूजा जाता है। पौराणिक ग्रंथों में भगवान शिव को दयालु हृदय बताया गया है और सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करने पर महादेव प्रसन्न हो जाते हैं। यदि सोमवार को आप भी भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं तो इस दौरान कुछ बातों की विशेष सावधानी रखनी चाहिए। भगवान शिव को पूजा के दौरान इन चीजों को चढ़ाना धर्म ग्रंथों में वर्जित बताया गया है।
शिवजी को नहीं चढ़ाते हैं कुमकुम
हिंदू धर्म ग्रंथों व आगम ग्रंथों के मुताबिक कुमकुम को बेहद शुभ व पवित्र माना गया है, लेकिन पूजा के दौरान भगवान शिव को कुमकुम नहीं चढ़ाया जाता है। भगवान शिव को वैरागी माना जाता है, इसलिए भगवान शिव को कुमकुम नहीं अर्पित किया जाता है।
तुलसी भी नहीं चढ़ाते
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र व पूजनीय माना जाता है। देवताओं की पूजा में तुलसी की पत्तियां चढ़ाना काफी शुभ माना जाता है, लेकिन शिवलिंग पर कभी भी तुलसी पत्र अर्पित नहीं करते हैं। दरअसल तुलसी को विष्णुप्रिया माना जाता है, इसलिए इसे शिवजी को अर्पित करने से विष्णु का अपमान समझा जाता है।
हल्दी अर्पित करना भी वर्जित
भगवान शिव की पूजा करते समय हल्दी चढ़ाना भी वर्जित हैं। हिंदू धर्म में हर शुभ काम में हल्दी का प्रयोग होता है, लेकिन, शिव की पूजा में हल्दी का उपयोग वर्जित होता है क्योंकि हल्दी स्त्रियोचित वस्तु है और शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है। यहीं कारण है शिवलिंग पर हल्दी लगाना शुभ नहीं माना जाता है।
केतकी और केवडा
भगवान शिव को केतकी के फूल अर्पित नहीं किए जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि केतकी को भगवान शिव से श्राप मिला था, इसलिए शिव पूजा में केतकी के फूल नहीं रखे जाते हैं। वहीं भगवान शिव को केवड़ा भी नहीं चढ़ाया जाता है। केवड़ा को ध्यान भंग करने वाला माना जाता है।
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