Court Marriage : कुलदीप भावसार, इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इन दिनों न्यायालयों में भले ही सामान्य कामकाज नहीं हो रहा, लेकिन जिला कोर्ट परिसर में नोटरियों के यहां सामान्य दिनों के मुकाबले अधिक भीड़ नजर आ रही है। सुबह से ही यहां शपथ पत्र तैयार कराने वालों का तांता लग जाता है। ये लोग भावी दंपती होते हैं जो अपनी शादी रजिस्टर्ड कराने में जुटे हैं। एक जून के बाद से तो कोर्ट में शादी करने के लिए आने वालों की संख्या में तीन गुना तक बढ़ोतरी हुई है। नोटरियों के मुताबिक तीन महीने में दो हजार से ज्यादा शादी के शपथ पत्र तैयार कराए जा चुके हैं।
जिला कोर्ट में शादी वालों का जमावड़ा सुबह से ही लगना शुरू हो जाता है। शायद ही ऐसा कोई दिन होगा जब यहां शादी करने वाले नहीं पहुंचे रहे। कई बार युगल को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के चलते वकीलों ने पंडितों की जगह ले ली है। दरअसल, प्रशासन की सख्ती के चलते शादियों के बड़े आयोजन नहीं किए जा रहे हैं। लोग घरों में ही आयोजन के लिए मजबूर हैं। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन खुद ही जिला कोर्ट पहुंचकर शादी का शपथ पत्र बनवा रहे हैं। यह शपथ पत्र 50 और 100 रुपये के स्टाम्प पर तैयार हो रहा है। इससे एक तरफ जहां नाममात्र के खर्च में शादी हो रही है।
इन दिनों कोर्ट में शादी नोटराइज कराने वालों की संख्या में सामान्य दिनों के मुकाबले तीन गुना तक बढ़ोतरी हुई है। सुबह से ही भावी दूल्हा-दुल्हन कोर्ट पहुंच जाते हैं। एक जून के बाद तो संख्या तेजी से बढ़ गई है। दिगंबर पुजारी, नोटरी, जिला कोर्ट इंदौर
आम दिनों में कोर्ट में शादी नोटराइज कराने वालों की संख्या नगण्य रहती थी। इन दिनों भीड़ बढ़ी है। शपथ पत्र में लोग यह भी लिखवा रहे हैं कि उन्होंने मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने सात फेरे भी ले लिए हैं और एक-दूसरे को पति-पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया है। चंदरसिंह पटेल, नोटरी, जिला कोर्ट
शादी का शपथ पत्र बनवाने से शादी सिद्ध करने के लिए एक दस्तावेज तैयार हो जाता है। शपथ पत्र में लड़की की तरफ से यह भी लिखवाया जाता है कि वह अपनी मर्जी से रह रही है और साथ में कुछ लेकर नहीं आई, ताकि भविष्य में किसी तरह का विवाद खड़ा न हो। शपथ पत्र में मंदिर में फेरे लेने वाली बात भी शादी की पुष्टि करती है। संजय मेहरा, हाई कोर्ट एडवोकेट