छिंदवाड़ा। मप्र शिक्षक संघ जिला छिंदवाड़ा के जिलाध्यक्ष नंद कुमार शुक्ला ने संगठन हित एवं महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु संगठन का विस्तार करते हुए कमला उइके उच्च श्रेणी शिक्षक कन्या आश्रम सामरबोह को मुख्य महिला जिला संयोजक मनोनीत किया गया है। कमला उइके सभी 11 विकासखंडों में महिला प्रकोष्ठ बनाने हेतु संपर्क अभियान कर विकासखंड में महिला संयोजक नियुक्त करेंगी। कमला उइके को मुख्य जिला संयोजक नियुक्त होने पर मप्र शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष मनोज आरपुरे, जिला संगठन मंत्री प्रमोद कुमार चौबे, संभागीय सदस्य जबलपुर, वीरेंद्र सिंह सोलंकी जिला सचिव संजय नागदवने, जिला कोषाध्यक्ष शशि कुमार तिवारी ने बधाई प्रेषित की है।
अवसाद से बचें कलाकार
नाट्यगंगा ऑनलाइन पाठशाला
छिंदवाड़ा। नाट्यगंगा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय ऑनलाइन एक्टिंग की पाठशाला का तेइसवें दिन विनोद भागवती गुर्जर ने लोक रंग को कलाकारों के सामने रखा। विनोद गुर्जर ने बचपन में देखी रामलीला से प्रेरित होकर इस क्षेत्र में आने की दृढ़ इच्छा बना ली थी और पिछले 40 वर्षों से वे लोक कला के संरक्षण संवर्धन के कार्य में सक्रिय हैं। गुरुवार को मध्यप्रदेश के विभिन्ना अंचलों जैसे बुंदेलखंड, मालवा, बघेलखंड के साथ साथ देश के कई राज्यों के लोक और रंगकर्म से कलाकारों का सीधा संबंध स्थापित करवाया। बुंदेलखंड में स्वांग, मालवा में मांच (मांच की 84 रंगतों का वर्णन) मालवा में गम्मत, बघेलखंड में अहिराई और विशेषकर छाहुर से कलाकारों का परिचय करवाया। अन्य राज्यों में असम के जात्रा, तेलघुदेशम में विधि नाटकम, महाराष्ट्र में लावणी और तमाशा, कर्नाटक का नाटयशास्र से ओत प्रोत परिवेश का प्रस्तुतिकरण आदि के विषय में बहुत ही बारीकी से जानकारियां दीं। श्री गुर्जर ने निमाड़ क्षेत्र की एक परंपरा जिसमें मेंढक माता का स्वांग किया जाता है मेंढक माता पानी दे पानी दे भई पानी कथन से शुरुआत की और बताया कि यही दल शाम को कोई ज्वलंत सामाजिक, राजनीतिक मुद्दा उठाकर लोक नाटय करता है जो रात भर चल सकता है। लोक कलाकारों में पाए जाने वाला सबसे विशेष गुण आशु रचना को मानते हैं। साथ ही श्री गुर्जर ने कलाकारों को अवसाद से बचने की सलाह भी दी और सकारात्म विचारों के माध्यम से मार्गदर्शन किया। अंतिम चरण में विनोद गुर्जर ने बताया कि कैसे हम लोक कलाओं पर कार्य करें उनका संवाद गांव से शुरू होता है। संचालन अंबर तिवारी ने और आभार ऋषभ शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यशाला के निर्देशक पंकज सोनी, तकनीकि सहायक नीरज सैनी, मीडिया प्रभारी संजय औरंगाबादकर, प्रश्नोत्तर सत्र समन्वयक रोहित रूसिया कार्यशाला प्रबंधक सचिन मालवी, सुवर्णा दीक्षित, नीता वर्मा और मार्गदर्शक मंडल में वसंत काशीकर, जयंत देशमुख, गिरिजा शंकर और आनंद मिश्रा हैं।