रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर के बड़े नालों को जाम से बचाने और साफ रखने के लिए निगम एक नया प्रयोग करने जा रहा है। सभी जोन के 4,000 छोटे नालों में जाली लगाई जाएगी। इसके लिए प्रत्येक जोन में लगभग 400 छोटे नाले चिन्हांकित किए गए हैं। इनके टी प्वाइंट यानी जहां छोटे नाले बड़े नालों में जाकर मिलते हैं वहां जाली लगाई जाएगी।
इससे कचरा वहीं रुक जाएगा, बड़े नालों में नहीं जा पाएगा। इसकी सफाई की भी व्यवस्था की जाएगी। यह सारी कवायद बड़े नालों की हर वर्ष सफाई पर होने वाले खर्च और लगने वाले समय को बचाने के लिए की जा रही है। इसकी सहायता से बड़े नालों के जरिए नदी में मिलने वाली गंदगी को भी रोकने में काफी हद तक सफलता मिलेगी। जाली लगाने के लिए एक करोड़ रुपये का स्क्रीनिंग सिस्टम प्रोजेक्ट बनाया गया है।
इन कारणों से बना प्रोजेक्ट
बड़े नालोंं में कचरा जाने से रोकने के लिए
हर वर्ष सफाई में होने वाले खर्च से बचने
हर वर्ष सफाई में लगने वाला समय बचाने
लोगों को जलभराव से मुक्ति दिलाने
चार जगह लगाए गए आटोमेटिक सिस्टम फेल
इससे पहले शहर में चार जगहों पर नालों में स्क्रीनिंग सिस्टम लगाया गया था, जो आटोमेटिक तकनीक से काम करता था। गंदा पानी नालों में जाता था, जबकि कचरा स्वत: ऊपर आ जाता था। इसमें सफाई की व्यवस्था निगम के अफसर नहीं कर पाए और मानीटरिंग भी नहीं की गई। इसकी वजह से यह प्रोजेक्ट फेल हो गया।
मानीटरिंग, सफाई की जिम्मेदारी करेंगे तय
पहले बनाए गए प्रोजेक्ट के फेल होने के बाद उसकी कमियों को दूर करने का प्रयास निगम द्वारा किया जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत जाली यानी स्क्रीनिंग सिस्टम को कांक्रीट की सहायता से नालियों में फिक्स किया जाएगा। इसकी मानीटरिंग के साथ सफाई को लेकर भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। जोन के अफसर या सफाई कर्मियों को यह काम सौंपा जाएगा।
मिलेगी कई परेशानियों से मुक्तिः चंद्रवंशी
अपर आयुक्त, सुनील कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि छोटे नालों में स्क्रीनिंग सिस्टम के तहत जाली लगाई जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। संभवत: एक महीने के भीतर ही कार्य शुरू हो जाएगा और लोगों को जलभराव सहित अन्य कई प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।