PM Modi at Quad summit in Tokyo: क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान दौरे पर हैं। इस मौके पर जापान और भारत के साथ ही अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के लीडर जुटे हैं। क्वाट शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ मुलाकात हुई। पीएम मोदी आज रात ही स्वदेश रवाना हो जाएंगे।
यूक्रेन पर हमले के संदर्भ में रूस को लेकर भारत के रुख और इसके क्वाड पर असर के बारे में जापान के प्रधानमंत्री से सवाल पूछा गया। इस पर पीएम फुमियो किशिदा ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक देश का अपना ऐतिहासिक विकास और भौगोलिक स्थिति होती है। हो सकता है कि समान विचारधारा वाले लोगों के बीच भी पूरी तरह से सहमत नहीं हो सकती है ...।'
#WATCH | When asked about India's stand on Russia & its impact on relevance of Quad, Japanese PM Fumio Kishida says, "In international situation, each country has its own historical development & geographical situation. Even amongst like-minded, positions may not agree fully..." pic.twitter.com/NHH3KbS5sl
— ANI (@ANI) May 24, 2022
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, मुझे खुशी है कि हम यूएस डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन के लिए भारत में काम को जारी रखने, वैक्सीन उत्पादन, स्वच्छ ऊर्जा पहल का समर्थन करने के लिए समझौता कर चुके हैं। मुझे खुशी है कि हम इंडो-यूएस वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम को रिन्यु कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हम हिंद-प्रशांत पर द्विपक्षीय स्तर पर और समान विचारधारा वाले देशों के साथ समान विचार साझा करते हैं ताकि हमारी साझा चिंताओं की रक्षा के लिए काम किया जा सके। आज की हमारी चर्चा इस सकारात्मक गति को गति देगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा, हमने आज एक सकारात्मक और उपयोगी क्वाड समिट में एक साथ भाग लिया। भारत और अमेरिका की साझेदारी सही मायने में विश्वास की साझेदारी है। हमारे साझा हितों और मूल्यों ने हमारे दोनों देशों के बीच विश्वास के इस बंधन को मजबूत किया है।
टोक्यो में अमेरिकी राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हो रही है। बाइडन ने कहा है कि वे कोरोना काल के बाद बने हालात के साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा करना चाहते हैं।
टोक्यो में क्वाड फेलोशिप इवेंट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज और जापानी पीएम फुमियो किशिदा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच थोड़ी देर में द्विपक्षीय मुलाकात होगी। पूरी दुनिया की नजर इस मुलाकात पर है, क्योंकि क्वाड की बैठक के दौरान अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठाया है और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कोसा है, लेकिन पीएम मोदी ने यहां अपने संबोधन में इस मुद्दे का जिक्र नहीं किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का तारीफ करते हुए कहा, 'लोकतंत्र बचाने के लिए आपकी कोशिश सराहनीय है। अब लड़ाई लोकतंत्र बनाम निरंकुश के बीच है।' बाइडन के इस बयान को बहुत अहम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि भारत में इस पर बहस छिड़ सकती है।
क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और जापान ने रूस पर निशाना साधा। जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने कहा, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर में निहित सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती देता है।
बाइडन ने कहा, इंडो-पैसिफिक में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थायी साझेदार होगा। हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं। जब तक रूस युद्ध जारी रखता है, हम भागीदार बने रहेंगे और वैश्विक प्रतिक्रिया का नेतृत्व करेंगे। क्वाड के पास आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, इस महामारी से निपटने और इसके बाद और जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पीएम मोदी की तारीफ की। जो बाइडन ने कहा कि कोरोना महामारी के समय जिस तरह से काम किया और दूसरे देशों की भी मदद की है, यह सराहनीय है। बाइडन ने कहा कि पीएम मोदी लोकतंत्र को बचाने का काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रप्रमुखों को संबोधित करते हुए क्वाड शिखर सम्मेलन में कहा, सबसे पहले, मैं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को बधाई देता हूं और चुनाव जीतने के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं। शपथ लेने के 24 घंटे बाद हमारे बीच आपकी उपस्थिति क्वाड दोस्ती की ताकत और इसके प्रति आपकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। क्वाड ने इतने कम समय में दुनिया के सामने अपने लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। आज क्वाड का दायरा व्यापक हो गया है, इसका रूप प्रभावी है। हमारा आपसी विश्वास और हमारा संकल्प लोकतांत्रिक शक्तियों को नई ऊर्जा और उत्साह दे रहा है। क्वाड स्तर पर, हमारे आपसी सहयोग से, एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह हम सभी का साझा लक्ष्य है।