हीरो- हीरोइन की बात छोड़िए अब फिल्मों में आपको आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से भरे रोबोट्स अदाकारी करते हुए देखने को मिलेंगे। हां, अगर आप सोच रहे हैं कि इसके लिए रोबोट्स की कोई फीस नहीं लगेगी, तो जरा रुकिए। आप गलत हैं, यह रोबोट लीड रोल करने के लिए सात करोड़ डॉलर की फीस ले रहा है। तो अब अगर आप अभी तक यह सोच रहे हैं कि क्रिएटिव जॉब्स जैसे एक्टिंग आदि आखिरी होंगी, जिन्हें रोबोट छीन सकते हैं, तो एक बार फिर से सोचें। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित दुनिया की पहली फिल्म ‘बी’ बनने जा रही है, जिसकी मुख्य भूमिका में होगा एक एआई रोबोट।
आगामी फिल्म की पटकथा कथित तौर पर एक वैज्ञानिक के चारों ओर घूमती है, जो एक कार्यक्रम से जुड़े खतरों का पता लगाता है, जिसे उसने पूर्ण मानव डीएनए के लिए बनाया था। वह आर्टिफिशियल महिला (एरिका) को डिजाइन करने में मदद करता है, जो कृत्रिम रूप से संचालित रोबोट है और अत्यधिक संक्रामक कोरोना वायरस से भी पूरी तरह से इम्यून है।
जापानी वैज्ञानिकों हिरोशी इशिगुरो और कोहेई ओगावा द्वारा अपने रोबोटिक्स अध्ययन के भाग के रूप में विकसित किया है। उन्होंने एरिका की कृत्रिम बुद्धिमत्ता को अभिनय के सिद्धांतों को लागू करना सिखाया। फिल्म के एक निर्माता और लेखक सैम खोए ने हॉलीवुड रिपोर्टर को बताया कि अभिनय के अन्य तरीकों में, अभिनेता भूमिका में अपने जीवन के अनुभवों को शामिल करते हैं।
मगर, एरिका को जीवन का कोई अनुभव नहीं है। भूमिका निभाने के लिए उसे स्क्रैच से बनाया गया था। हमें एक- एक सत्रों के माध्यम से उसकी गतियों और भावनाओं को उसे सिखाना था, जैसे कि उसकी गतिविधियों की गति को नियंत्रित करना, उसकी भावनाओं और चरित्र के विकास के साथ ही बॉडी लैंग्वेज के जरिये बात करना।
70 मिलियन डॉलर के विज्ञापित बजट के साथ, 'बी' संभवतः अस्पष्ट लघु फिल्म नहीं होगी जो केवल दुनिया की पहली एआई-पावर्ड लीड वाली फिल्म हो। हालांकि, हमें यह देखने के लिए कि फिल्म कैसे चालू होती है, कम से कम साल 2021 तक इंतजार करना होगा।