बिगड़ते लाइफस्टाइल से स्वास्थ्य संबंधित कई बीमारियों का खतरा बना रहता है। ऐसे में योग आपकी इस परेशानी का समाधान बन सकता है।
योग और प्राणायाम दोनों ही निरोगी काया के लिए जरूरी है। इसकी मदद से शरीर और मस्तिष्क के बीच संतुलन भी बनता है।
अक्सर लोगों को योग और प्राणायाम के बीच का अंतर नहीं पता होता है, जिसकी वजह से वह दोनों को एक जैसा ही समझते हैं।
योग में अलग-अलग शारीरिक आसन शामिल होते हैं। योगासन की मदद से शरीर में लचक बढ़ती है और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है।
प्राणायाम ध्यान केंद्रित करने के साथ ही सांस लेने की एक आसान प्रक्रिया होती है। प्राणायाम का सीधा संबंध दिमाग और मन से होता है।
योग में शारीरिक एक्सरसाइज के अलावा मन की शांति और एकाग्रता पर भी ध्यान दिया जाता है। इसी वजह से प्राणायाम और योग दोनों ही जरूरी है।
प्राणायाम के अंतर्गत कई आसन शामिल होते हैं। उदहारण के तौर पर कपालभाती, भस्त्रिका, भ्रामरी, शीतली को देखा जा सकता है।
जैसा की हम जान चुके हैं कि योग में शारीरिक क्रिया वाले आसन शामिल होते हैं। उदहारण के तौर पर अर्धमत्स्येन्द्रासन, भद्रासन, भुजंगासन और चक्रासन को देख सकते हैं।