26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस?


By Sahil25, Jan 2024 02:04 PMnaidunia.com

गणतंत्र दिवस

लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व गणतंत्र दिवस है। हम सभी जानते हैं कि 26 जनवरी के दिन हमारे देश का संविधान लागू किया गया था।

26 जनवरी ही क्यों?

सवाल खड़ा होता है कि गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी के दिन ही क्यों मनाया जाता है। आइए आज इसके पीछे का एक अहम कारण जान लेते हैं।

26 जनवरी का महत्व

भारतीय इतिहास में 26 जनवरी के दिन का खास महत्व है। इस दिन लोकतंत्र की नींव रखी गई थी यानी देश में संविधान को लागू किया गया था।

भारतीय संविधान

भारतीय संविधान को बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे थे। बता दें कि भारतीय संविधान को दुनिया का सबसे बड़ा हाथ से लिखा संविधान भी कहा जाता है।

कब अपनाया गया था संविधान?

आजाद भारत में 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया गया था। खास बात है कि इसे अधिकारिक तौर पर 25 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। इस वजह से भी गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी को मनाया जाता है।

1930 से भी है कनेक्शन

आजादी से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 26 जनवरी, 1930 के दिन देश को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। इस दिन को यादगार बनाने के लिए 20 साल बाद इसी दिन संविधान लागू किया गया।

संविधान की कॉपी

ज्यादातर लोग इस बारे में भी जानना चाहते हैं कि हाथ से लिखा संविधान आखिर किस जगह पर मौजूद है। दरअसल, भारतीय संविधान की कॉपी आज भी संसद भवन की लाइब्रेरी में सुरक्षित है।

राष्ट्रपति क्यों फहराते हैं झंडा?

एक और रोचक सवाल खड़ा होता है कि गणतंत्र दिवस पर देश के राष्ट्रपति झंडा क्यों फहराते हैं। 26 जनवरी 1950 के दिन उस समय के राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने झंडा फहराया था। तब से लेकर यह परंपरा चली आ रही है।

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