दक्षिण की दिशा पितरों की दिशा होती है। इस जगह पर जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। इससे पितृ दोष लगेगा। साथ ही घर में कलह होगी और बाधाएं आएंगी।
दक्षिण दिशा में किचन होना भी अशुभ माना जाता है। इस दिशा में बना किचन घर की महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। बरकत कम होने लगती है।
दक्षिण दिशा में पूजा घर बनाना आपके जीवन में कई परेशानियां लेकर आ सकता है। इससे देवी-देवताओं की कृपा रुक जाती है और घर में कंगाली आती है।
देवी-देवताओं की दिशा ईशान कोण होती है। उत्तर, पूर्व दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी के पौधे को रखना चाहिए। दक्षिण की दिशा में तुलसी का पौधा नुकसान करवा सकता है।
कभी भी दक्षिण दिशा की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए। वहीं पति-पत्नी का न तो बेडरूम दक्षिण दिशा में होना चाहिए और न ही उन्हें इस ओर पैर करके सोना चाहिए।