कुछ लोगों को रात में थकान के बाद भी नींद नहीं आती है। माना जाता है कि इसके पीछे वास्तु शास्त्र से जुड़ी कुछ गलतियां जिम्मेदार होती हैं।
वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। यदि आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हों तो नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है।
वास्तु शास्त्र में दक्षिण या पूर्व दिशा की तरफ पैर करके सोने की मनाही होती है। इस दिशा में पैर करके सोने से नींद आने में दिक्कत होने लगती है।
बेडरूम की दिशा दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम की ओर होनी चाहिए। इसके अलावा, बेड की दिशा का भी ध्यान आपको रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि डबल बेड के गद्दे दो हिस्सों में नहीं होने चाहिए। इसका मतलब है कि बेड का गद्दा एक ही होना चाहिए।
यदि आपको इन चीजों का ध्यान रखने के बाद भी नींद आने में परेशानी होती है तो बेडरूम के माहौल को सकारात्मक बनाने की कोशिश करें।
रात को सोते समय बिस्तर के पास पानी का लोटा रखें। इसके लिए आप तांबे के लोटे में पानी भरकर अपने पास रख सकते हैं और सुबह इस पानी को बाहर फेंक दें।
बेडरूम के माहौल को सकारात्मक बनाने के लिए शाम के समय कपूर जलाएं। माना जाता है कि कपूर जलाने से नकारात्मकता दूर हो जाती है।
यहां हमने जाना कि नींद न आने की समस्या के लिए वास्तु शास्त्र में क्या उपाय बताए गए हैं। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ