इस पुराण में भोलेनाथ के अलग-अलग अवतारों का वर्णन किया गया है। इसके अलावा, शिव पुराण में उन्नति और मुक्ति के मार्ग भी बताए गए हैं।
शिव पुराण में शिवजी की भक्ति करने का संदेश दिया गया है। इतना ही नहीं, यह भी बताया गया है कि सफल होने के लिए इंसान को किन आदतों का त्याग करना चाहिए।
शास्त्रों में भी इस बात का जिक्र मिलता है कि क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु होता है। इस स्थिति में इंसान कुछ भी बोल सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आपको क्रोध करना छोड़ देना चाहिए।
शिव पुराण में बताया गया है कि संध्याकाल का समय भगवान शिव का होता है। इस दौरान इंसान अनैतिक कर्म, कटु वचन बोलना, कलह-क्लेश जैसे कार्यों को करने से बचना चाहिए।
इस बात का ध्यान रखना चाहिए हर कार्य के परिणाम के आप खुद जिम्मेदार होते हैं। इस वजह से गलत काम करते समय कभी ऐसा न सोचे कि आपको कोई नहीं देख रहा है।
हर एक इंसान को किसी न किसी चीज का मोह जरूर होता है। इस मोह की वजह से ही इंसान को दुख और असफलता को झेलना पड़ता है।
शिव पुराण में बताया गया है कि इंसान को अपने से बड़े सभी लोगों का सम्मान करना चाहिए। ऐसा न करने वाले लोग जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना हर कोई चाहता है। हालांकि, शिव पुराण में बताया गया है कि धन अर्जित करने के लिए कभी भी गलत मार्ग नहीं अपनाना चाहिए।
शिव पुराण में दी गई सीख को अपनाकर सफलता हासिल की जा सकती है। ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ