15 अक्टूबर 2023 से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। नवरात्रि के पहले घटस्थापना की जाती है और दिनों तक अखंड ज्योति जलाई जाती है।
9 दिनों तक माता रानी की पूजा की जाती है। इन 9 दिनों में मातारानी के 9 रूपों की पूजा की जाती है और कई नियमों का पालन करना पड़ता है।
24 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इसी दिन दुर्गा माता की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं।
नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्त्व काफी ज्यादा होता है। इसे लगातार 9 दिनों तक 24 घंटे जलाकर रखना चाहिए।
ऐसी मान्यता है कि नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाने से माता रानी का आशीर्वाद मिलता है और घर के भीतर खुशहाली आती है।
ऐसी मान्यता है कि नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाने से माता रानी का आशीर्वाद मिलता है और घर के भीतर खुशहाली आती है।
ऐसी मान्यता है कि लगातार 9 दिनों तक अखंड ज्योति जलाने से माता रानी आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
दीपक में हमेशा तेल या घी डालते रहें ताकि वह बुझ न जाए। दीपक को हवा से बुझने से बचाने के लिए उसे चारों ओर से घेर दें।
नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित का पहला नियम यह है कि घर में किसी न किसी का रहना जरूरी है, ताकि अखंड ज्योति का ध्यान रखा जाए।