वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों में शनि को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है। शनि के मात्र ऐसे ग्रह हैं जो जातक को उसके कर्मों के मुताबिक़ फल देते हैं।
यदि गलती से भी किसी के ऊपर शनि देव की तिरछी नजर पड़ गई तो वह उसको राजा से रंक बना देते हैं। वैसे ही वह करीब ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं।
इस समय शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं और साल 2025 तक इसी में वह रहने वाले हैं। लेकिन उनकी स्थिति में बदलाव होता रहता है।
हाल ही में वह उदय हुए हैं और अब उनका अगला टारगेट 30 जून को है, जहां वो कुंभ में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलेगा।
इस राशि में एकादश भाव में वह व्रकी होने वाले हैं। इस राशि को अचानक धन की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी।
मकर में दसवें भाव में शनि उदय होंगे। ऐसे में शनि की उल्टी चाल अनुकूल होने वाली है। करियर में कोई नई जिम्मेदारी मिलने की संभावना है।
इस राशि में चौथे भाव से भ्रमण करने जा रहे हैं। ऐसे में आपको ढेरों धन के प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आय में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।