टेस्ट क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाजों के लिए लंबे समय तक क्रीज पर डटे रहना आसान नहीं होता है। यहां 1 रन बनाने के लिए भी अच्छी टेक्निक और क्लास की जरूरत पड़ती है।
लेकिन इस कड़े फॉर्मेट में भी कई बड़े बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने रिकॉर्ड की झड़ी लगाई है। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, ब्रायन लारा, सुनील गावस्कर, रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज रहे हैं।
आज हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में गोल्डन डक का शिकार सबसे ज्यादा बार हुए हैं। इसमें भी कई महान बल्लेबाज रह चुके हैं।
वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी ने साल 1984 से लेकर 2001 तक क्रिकेट मैच खेला। इस दौरान उन्होंने 185 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 43 बार शून्य का शिकार बने।
इंग्लैंड के पूर्व स्टार गेंदबाज रहे स्टुअर्ट ब्रॉड ने साल 2007 से लेकर 2023 तक अपने देश के लिए खेला। उस दौरान वो 244 टेस्ट पारियों में 39 बार गोल्डन डक हुए।
न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी क्रिस मार्टिन ने 2000 से 2013 तक टेस्ट क्रिकेट खेला। उस दौरान वो 104 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 36 बार शून्य पर आउट हुए।
ग्लेन मैकग्रा ऑस्ट्रेलिया के एक महान तेज गेंदबाज रह चुके हैं। ग्लेन मैकग्रा ने 1993 से लेकर 2007 तक 124 टेस्ट क्रिकेट खेला। उस दौरान वो 35 बार गोल्डन डक हुए।
इशांत शर्मा का नाम भी इस लिस्ट में आता है। इशांत ने 2007 से 2021 तक टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी की। बल्लेबाजी करते हुए 142 पारियों में 32 बार वो गोल्डन डक हुए।