पूजा-पाठ में विश्वास रखने वाले लोग मंदिर जाकर देवी-देवताओं की आराधना करते हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही घंटी लगी होती है। शायद आप भी इस घंटी को जरूर बजाते होंगे।
मंदिर की घंटी को बजाने के भी कुछ नियम होते हैं। माना जाता है कि सही तरीके से घंटी न बजाने से पूजा का कोई फल नहीं मिलता है।
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि घंटी की ध्वनि पवित्र होती है। ऐसा कहा जाता है कि घंटी बजाने देवी-देवताओं के सामने आपकी हाजिरी लगती है।
स्कंद पुराण में बताया गया है कि मंदिर की घंटी बजाने से व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा, नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है।
मंदिर में प्रवेश करते समय 3 से 5 बार घंटी बजानी चाहिए। घंटी को धीरे-धीरे बजाना शुभ माना जाता है। कभी भी मंदिर की घंटी को तेजी से बजाने की गलती न करें।
आपने भी देखा होगा कि कुछ लोग मंदिर की घंटी को लगातार या फिर बार-बार बजाते हैं। हालांकि, ऐसा करना सही नहीं होता है।
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि मंदिर से निकलते समय गलती से भी घंटी न बजाएं। इस समय घंटी बजाने से पूजा करने का फल नष्ट हो जाता है।
इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। इसके जरिए हमारी तरफ से किसी तरह का कोई दावा नहीं किया जा रहा है।
मंदिर की घंटी बजाने के कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ