घर का मुख्य दरवाजा उसमें रहने वाले लोगों की सुख समृद्धि से जुड़ा हुआ होता हैं। आज हम आपको बताएंगे घर के मुख्य दरवाजे का डिजाइन कैसा होना चाहिए ?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर घर के मुख्य द्वार से सकारात्मक ऊर्जाएं प्रवेश कर रही हैं तो घर में सकारात्मकता बनी रहती हैं। अनिष्ट शक्तियों के प्रवेश से घर में रह रहे लोगों को नुकसान होता हैं।
घर का मुख्य दरवाजा घर के बाकी दरवाजों से बड़ा और अलग होना चाहिए। साथ ही यह लकड़ी का बना हुआ होना चाहिए।
आप अपने हिसाब से अपनी पसंद की डिजाइन का दरवाजा बनवा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि उसका डिजाइन नॉर्मल ही हो तो बेहतर हैं।
आप अपने मुख्य दरवाजे का रंग वास्तु के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए आकर्षक रंग का रख सकते हैं। सकारात्मकता के सही मिश्रण के लिए वास्तु का पालन बेहद जरूरी होता हैं।
घर का मुख्य द्वार कभी भी टूटा हुआ नहीं होना चाहिए। घर का मेन गेट टूटे होने पर आपके धन पर नकारात्मकता और वास्तु दोष भी बढ़ेगा। इसलिए दरवाजे को तुरंत बदल लेना चाहिए।
घर में मुख्य दरवाजा लगाने की सही दिशा उत्तर, पूर्व या पश्चिम, उत्तर-पूर्व मानी गई हैं। इन दिशाओं में दरवाजा लगाना बेहद शुभ होता हैं।
घर में घुसने के लिए लोग कभी-कभी 3 द्वार भी बनवाते हैं जो वास्तु के हिसाब से ठीक नहीं माना जाता हैं। ऐसा करने से घर की खुशियां प्रभावित होती हैं और वास्तु दोष भी होता हैं।