महाकाल लोक की विशाल दीवार पर भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और गणेश की कथाओं के दर्शन होंगे।
महाकाल लोक में बने त्रिवेणी संग्रहालय में उज्जैन के इतिहास से जुड़े दस्तावेज और कई प्रतिमाएं हैं।
महाकाल लोक के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए यहां रुद्रसागर के समीप शेड बना है, जिसमें वे बैठकर आराम कर सकते हैं।
रुद्रसागर के निकट महाकाल लोक से मंदिर को जोड़ने वाले रास्ते में भी शिव की कथाओं से जुड़ी प्रतिमाएं हैं।
मंदिर की ओर आगे बढ़ने पर यहां समुद्र मंथन और मार्कण्डेय ऋषि की रक्षा सहित अन्य प्रतिमाएं हैं।
महाकाल लोक का अंतिम सिरा महाकाल मंदिर से जुड़ा है, यहीं से मंदिर में प्रवेश के लिए द्वार बना है।