लंपी वायरस के कारण पशुओं की स्किन पर जगह-जगह निशान बन जाते हैं और सही समय पर इलाज न मिलने पर पशु मर जाते हैं। यह बीमारी गाय, भैंस, भेड़ और बकरी में तेजी से फैल सकती है।
हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और झारखंड समेत 10 से अधिक राज्यों में इस जानलेवा बीमारी का संक्रमण हो चूका है।
ये एक लाइलाज बीमारी है जिसका अभी तक कोई भी एंटीडोट नहीं तैयार किया जा सका है। मध्य प्रदेश में बकरी को लगने वाली वैक्सीन का उपयोग लंपी वायरस से ग्रसित मवेशियों पर किया जा रहा है।
लंबी वायरस दूध देने वाली गायों को अपना शिकार बना रहा है। अब तक मरने वालों गायों में दूध देने वालों की संख्या अधिक है। इससे आने वाले दिनों में दूध की कमी की आशंका है।
इन्सानों को अभी इस वायरस का कोई खतरा नहीं है। संक्रमित गाय का दूध भी पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन गायों से मरने से दूध की कमी होगी और इससे मिठाइयां समेत अन्य उत्पाद महंगे होंगे।