वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी चीजें घर के सदस्यों पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ऐसे में मानसिक तनाव हो तो ये वास्तु टिप्स अपनाएं -
वास्तु नियमों के मुताबिक नकारात्मक ऊर्जा का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और इस कारण से व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा और उग्र हो जाता है।
घर के मुखिया को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में मौजूद कमरे में ही सोना चाहिए। इससे मानसिक तनाव कम होता है। सोते समय पश्चिम दिशा में पैर करना चाहिए।
घर में परिवार के सदस्यों के बीच कलह की स्थिति हो तो घर में रखी टूटी-फूटी चीजों को जितना जल्दी हो सके घर से बाहर कर दें। किचन में टूट बर्तन कभी न रखें।
घर में आईना कभी भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक तनाव बढ़ता है। घर में कभी दो आईने आमने-सामने नहीं लगाना चाहिए।
घर में अविवाहित लोगों का कमरा दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से उनके स्वभाव में उग्रता आती है और चिड़चिड़ापन बढ़ता है।
घर की दीवारों को कभी भी गहरे रंग से नहीं रंगवाना चाहिए। हल्के रंगों से ही पेंट कराना चाहिए, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
घर में कभी भी देवी देवता की उग्र प्रतिमा नहीं लगाना चाहिए। घर में कोई हिंसक तस्वीर भी नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से भी मानसिक तनाव में बढ़ोतरी होती है।