अक्षय तृतीया का पर्व, बैशाख शुक्ल तृतीया यानी 23 अप्रैल को पूरे देश में मनाया जाएगा।
यह बसंत और ग्रीष्म ऋतु के संधिकाल का महोत्सव है। इस दिन किए गए कर्मों का फल अक्षय हो जाता है।
इस दिन सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा वृष राशि में होते हैं। इस दिन मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ माना गया है।
इस दिन आयुष्मान, सौभाग्य, त्रिपुष्कर, रवि, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग यानी कुल छह शुभ योग बन रहे हैं।
अक्षय तृतीया के दिन पूजा, दान, जप, तप, हवन आदि करने से शुभ और अनंत फल की प्राप्ति होती है।
किसानों के लिए यह बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। इस दिन कृषि कार्य प्रारंभ करने पर समृद्धि आती है।
इस दिन जल से भरे कलश, पंखे, जूता, छाता, गौ, भूमि, स्वर्णपात्र आदि का दान पुण्यकारी माना गया है।
अक्षय तृतीया सौभाग्य और सफलता लाती है। इसलिए इस दिन सोना और चांदी खरीदने की परंपरा है।