वैदिक ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से सभी ग्रहों का एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन होता रहता है। ग्रहों के राजकुमार बुध 7 मार्च को गोचर किया है।
करीब 20 दिन बाद फिर से राशि परिवर्तन करने के लिए केतु तैयार हैं। अब ग्रहों के गुरु 1 मई को वृषभ राशि में अपनी जगह पक्की कर ली है जहां पहले से केतु हैं।
ऐसे में मेष राशि में केतु और गुरु की युति से नव पंचम योग का निर्माण होने जा रहा है। ज्योतिष गणनाओं के हिसाब से 12 महीने यानी एक साल दोनों साथ होंगे।
इस नव पंचम योग के बनने से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए उन राशियों के बारे में हम आपको विस्तार से जानकारी देते हैं।
मई के बाद आने वाला समय मिथुन राशि वालों के लिए खास होने वाला है। कार्यों में मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं। भौतिक सुख समृद्धि मिलेगी।
नवपंचम योग से मकर राशि वालों के लिए भी शुभ फल मिल सकता है। कार्यों में कोई बाधा नहीं आएगी और पैसों का अंबार लगने की उम्मीद है।
वृष राशि वालों के लिए यह समय किसी वरदान से कम नहीं होने वाला है। ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आय में वृद्धि के नए स्रोत मिलेगी।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।