होली के खास त्योहार पर घरों में गुजिया, गुलाब-जामुन, दही व कांजी वड़ा, पकौड़े जैसे पकवानों का बनना तो तय है।
इन डिशेज को बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की डिमांड काफी ज्यादा है, जिसके कारण दुकानदार इनमें तरह-तरह की मिलावट करके बेचते हैं।
अगर आप भी होली में घर में ये पकवान बनाने की सोच रहे हैं, तो मावा हो या लाल मिर्च या फिर बेसन, जान लें कैसे करें असली-नकली की पहचान।
मावे में थोड़ी सी चीनी मिलाकर इसके पैन में गर्म करें। अगर वह पानी छोड़ने लगेगा, तो मतलब मावा मिलावटी है।
इसके लिए लाल मिर्च को पानी में मिक्स करें। घुलने के बाद इसे हाथ पर लेकर रगड़ें। अगर किरकिरापन महसूस हो, तो मतलब ये मिलावटी हैं।
एक बर्तन में बेसन लें। इसमें दो चम्मच के बराबर नींबू का रस डालें। साथ ही दो चम्मच के लगभग ही हाइड्रोक्लोरिक एसिड भी। कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर बेसन में मिलावट है, तो इसका रंग लाल या भूरे हो जाएगा।
दाल में मिलावट चेक करने के लिए एक बर्तन में अरहर लें। इसमें पानी और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की 1 से 2 बूंदें डालें। अगर दाल का रंग बदलने लगेगा, तो समझ जाएं दाल असली नहीं है।