सूर्य ग्रहण का काफी ज्यादा ज्योतिष और वैज्ञानिक महत्व होता है। इसका देश दुनिया में प्रभाव पड़ता है और आकस्मिक घटनाएं होती हैं।
जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो ऐसी स्थिति में सूर्य की रोशनी धरती पर नहीं पहुंच पाती है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने वाला है। इस दिन पितृ पक्ष का आखिरी भी है। ग्रहण के समय सूर्य, बुध और केतु तीनों एक साथ कन्या राशि में रहेंगे। 4 राशियों के लिए यह अशुभ हो सकता है।
मेष राशि वालों के लिए यह ग्रहण अच्छा नहीं होगा, क्योंकि आत्मविश्वास में कमी होगी। शैक्षिक कार्यों पर आपको ध्यान देने की जरूरत है।
वृश्चिक राशि वालों का आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। अफसरों का सहयोग भी मिल सकता है। आय के क्षेत्र में वृद्धि होगी।
मिथुन राशि वालों के लिए यह समय मन को शांत करने के लिए है क्योंकि आपका मन अशांत रह सकता है। कारोबार से आय में वृद्धि होगी।
कर्क वालों का आत्मविश्वास सही रहेगा। वाणी में मधुरता भी रहेगी। फिर भी धैर्य रखने का प्रयास आपको करना चाहिए। कारोबार में व्यस्तता बढ़ेगी।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।