सनातन धर्म में हल्दी या कुमकुम से स्वास्तिक चिन्ह बनाकर पूजा शुरू की जाती है। इसके अलावा, नए वाहन या फिर घर के मुख्य द्वार पर भी यह शुभ चिन्ह बनाया जाता है।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि स्वास्तिक चिन्ह भाग्यवर्धक होता है। हल्दी से इस चिन्ह को बनाने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और कई अन्य लाभ भी मिलते हैं।
सवाल खड़ा होता है कि स्वास्तिक चिन्ह बनाने के लिए उत्तम स्थान कौन सा है। मान्यता है कि हल्दी के स्वास्तिक चिन्ह को मेन गेट पर बनाना भी शुभ होता है।
हल्दी के स्वास्तिक चिन्ह को आप घर के मंदिर में भी बना सकते हैं। इस जगह पर चिन्ह बनाने से पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अक्सर कुछ लोगों के घर से बीमारी बाहर नहीं निकलती है। इसका मतलब है कि उनके परिवार में कोई न कोई हमेशा बीमार रहता है। इससे बचने के लिए हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाएं।
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि मेन गेट पर स्वास्तिक चिन्ह बनाने से घर के अंदर अच्छी ऊर्जा का प्रवेश होता है। इतना ही नहीं, धन की देवी की कृपा भी ऐसे लोगों के ऊपर बनी रहती है।
यदि घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ गई है तो मंदिर में स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी।
यहां दी गई जानकारी धार्मिक और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। इसकी पुष्टि हमारी तरफ से बिल्कुल भी नहीं की जा रही है।
यहां हमने जाना कि हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाने के क्या लाभ होते हैं। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ