इस बार बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार 23 मई 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन तुलसी से जुड़े कुछ चीजों को नहीं करना, अन्यथा यह सही नहीं होगा।
ऐसे कहा जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा की रात के समय में पूजनीय तुलसी को नहीं छुआ जाता है। क्या आप इसके बारे में जानते हैं? यदि नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं।
धर्मग्रंथों के मुताबिक तुलसी का पौधा विष्णु भगवान को अत्यंत प्रिय है। इसकी प्रतिदिन पूजा करने से भगवान विष्णु की सदैव कृपा बनी रहती है। लेकिन बुद्ध पूर्णिमा के दिन इसकी पूजा सुबह ही करें।
वास्तु में इसके बारे में यह बताया गया है कि सूर्य के अस्त होने के बाद तुलसी का पौधा नहीं छूना चाहिए। इससे दुर्भाग्य का साया पड़ता है।
तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए केवल रात के समय में ही नहीं बल्कि दिन में भी इस पवित्र पौधे को जूठे, गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए।
ऐसी मान्यता है कि तुलसी का बुद्ध पूर्णिमा की पौधा रात में छूने से जीवन में ज्यादा बाधाएं आ सकती हैं। साथ ही धन हानि की समस्याएं हो सकती हैं।
बुद्ध पूर्णिमा की रात में तुलसी को छूने के अलावा इसमें जल चढ़ाने की मनाही होती है। तुलसी में जल चढ़ाने को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।